टाइगर के साथ हमें अब किंग कोबरा भी चाहिए: CM Mohan Yadav

स्वतंत्र समय, भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) ने शुक्रवार को राजधानी के पंडित खुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय में आयोजित आईएफएस सर्विस मीट का शुभारंभ किया। उन्होंने रातापानी टाइगर रिजर्व घोषित करने में आई चुनौतियों पर चर्चा की और कहा-कागज के खिलौनों को सांप बताकर डराया जा रहा था, लेकिन अब टाइगर के साथ किंग कोबरा की जरूरत है।

CM Mohan Yadav ने की वन अमले की तारीफ

मुख्यमंत्री ( CM Mohan Yadav ) ने फारेस्ट अफसरों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में प्रदेश के पास हीरा है, चीता है और अब तो गजराज भी मध्यप्रदेश का रूख कर रहे हैं। प्रदेश का वन क्षेत्र समृद्ध है। वर्ष 2003 से 2021 के मध्य वन क्षेत्र में 1063 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है। भोपाल देश की एकमात्र ऐसी राजधानी है, जिसके आस-पास आसानी से टाइगर देखे जा सकते हैं। इस तरह के कार्यक्रम से अनुभव साझा होते हैं, जिससे काम में सुधार आता है। उन्होंने पर्यटन से जुड़े संभावित क्षेत्रों की जानकारी सरकार तक पहुंचाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा-वन विभाग को इन क्षेत्रों में अध्ययन को प्रोत्साहन और सहयोग प्रदान करने के लिए पहल करना होगी। उन्होंने रातापानी के संदर्भ में ग्रामों के विस्थापन की चुनौती का प्रभावी तरीके से सामना करने के लिए वन अमले की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा वनों के विकास और नवाचारी गतिविधियों के संचालन के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।

हर साल 30 अधिकारियों पर हमले

वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश का एक-तिहाई हिस्सा वनों से आच्छादित है। अब तक 62 वन अधिकारी और कर्मचारी अपनी जान देकर वनों की रक्षा कर चुके हैं। उन्होंने कहा-हर साल औसतन 30 अधिकारियों पर हमले होते हैं। आईएफएस सर्विस मीट का कार्यक्रम दो दिनों तक चलेगा। पहले दिन दोपहर बाद कल्चरल प्रोग्राम हुआ। दूसरे दिन सुबह से शाम तक भेल स्पोर्ट्स स्टेडियम में आईएफएस अधिकारी और उनके परिजन अलग-अलग खेल गतिविधियों में हिस्सा लेंगे। इसके बाद पुरस्कार वितरण होगा।