तमिलनाडु के तिरुपुर जिले के मदत्तुकुलम सरकारी अस्पताल से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने राज्य की सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक महिला सफाईकर्मी को एक मरीज के पैर के जख्म की ड्रेसिंग करते हुए देखा गया। इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
कैसे सामने आया मामला?
ये घटना 6 जून की रात करीब 11 बजे की है। 42 साल के व्यापारी सी. अंगेश्वरन अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे, तभी उनके पैर के अंगूठे में चोट लग गई। उन्हें तुरंत मदत्तुकुलम सरकारी अस्पताल लाया गया। उनके साथ बीजेपी के जिला महासचिव ए. वदुगनाथन भी मौजूद थे।
अंगेश्वरन ने बताया, “मुझे बेड पर बैठने को कहा गया, थोड़ी देर बाद एक महिला आई और मेरी पट्टी हटाकर घाव की ड्रेसिंग करने लगी। जब मैंने पूछा कि आप कौन हैं, तो उसने बताया कि वो अस्पताल की सफाईकर्मी है और यहां आने वाले मरीजों की पट्टी वही करती है।”
वीडियो बना और मचा बवाल
ये सुनते ही बीजेपी नेता वदुगनाथन ने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया। कैमरा देख सफाईकर्मी घबरा गई और कहा कि वह नर्स को बुलाने जा रही है। लेकिन उस समय अस्पताल में कोई डॉक्टर या नर्स कमरे में मौजूद नहीं थे, जबकि सभी स्टाफ अस्पताल परिसर में ही थे।
राजनीतिक विरोध और जांच शुरू
बीजेपी नेता वदुगनाथन ने बताया कि उनकी पार्टी पहले ही अस्पताल की स्टाफ की कमी को लेकर जिला कलेक्टर को याचिका दे चुकी है। उन्होंने 14 जून को अस्पताल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था। सोशल मीडिया पर वीडियो डालने के बाद यह मुद्दा और गर्मा गया।
पीएमके अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
पीएमके पार्टी अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा, “यह वीडियो साबित करता है कि राज्य के सरकारी अस्पताल कितनी बदहाली में हैं। किसी सफाईकर्मी द्वारा ड्रेसिंग करना पूरी तरह गलत और अस्वीकार्य है।”
स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया
तिरुपुर की संयुक्त स्वास्थ्य निदेशक डॉ. मीरा ने कहा, “सफाईकर्मी को ऐसी किसी चिकित्सकीय प्रक्रिया की अनुमति नहीं है।” उन्होंने बताया कि ड्यूटी डॉक्टर से स्पष्टीकरण मांगा गया है और उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। उचित कार्रवाई की जाएगी।