भोपाल-देवास, जावरा-नयागांव और लेबड़-जावरा सड़क रास्ते पर लागत से 3 से 4 टोल वसूली ज़्यादा हो गई है। भोपाल-देवास रोड रास्ते की लागत 426 करोड़ 64 लाख रुपए आई थी। लेकिन इस पर 12 अगस्त 2010 से 31 मई 2024 तक 1610 करोड़ 92 लाख रु. की वसूली हो चुकी है। गुरुवार को विधायक प्रताप ग्रेवाल के सवाल के जवाब में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि अभी निर्माण कंपनी 21 मई 2033 तक यानी 9 साल और टोल वसूलेगी।
दिसंबर 2023 से मई 24 तक 5 महीने में इस रास्ते पर 268 करोड़ 69 लाख रु. टोल लिए गए है। कांट्रेक्ट 30 जून 2007 को हुआ। इसमें केंद्र के मॉडल कंसेशन एग्रीमेंट की कई धाराएं बदली गईं, जो अधिकार क्षेत्र से बाहर थीं। फिजिकल रिपोर्ट में बोगस यातायात दिखाकर टोल अवधि 25 साल कर दी गई।