गुरुवार को मध्यप्रदेश के 35 जिलों में बारिश का दौर चला। इंदौर, उज्जैन और रतलाम में हालात इतने बिगड़े कि बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। कई जगह नदियाँ और नाले उफान पर आ गए, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया और लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं।
इंदौर में सबसे ज्यादा बारिश, बायपास पर लगा लंबा जाम
प्रदेश में सबसे अधिक बारिश इंदौर में दर्ज की गई, जहाँ 2.6 इंच तक पानी गिरा। लगातार हो रही बरसात से शहर का बायपास जलमग्न हो गया, जिससे सैकड़ों गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात पूरी तरह ठप हो गया। इस दौरान कान्ह नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ गया और कृष्णपुरा पुल के पास दो लोग फंस गए, जिन्हें रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित निकाला।
उज्जैन में क्षिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ा, मंदिर डूबे
उज्जैन में तेज बारिश के कारण क्षिप्रा नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया। घाट किनारे बने मंदिर पूरी तरह जलमग्न हो गए और उनके गुंबद तक पानी पहुँच गया। प्रशासन ने एहतियातन लोगों को घाटों से दूर रहने की सख्त हिदायत दी है। इसके अलावा, दाउद खेड़ी गाँव में जलभराव के कारण एक स्कूल बस और सरकारी स्कूल में फंसे बच्चों व शिक्षकों को भी सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं, रणजीत हनुमान मंदिर के पास पानी में फंसे एक ट्रैक्टर से युवक को बचाया गया और पार्वती धाम वृद्धाश्रम में फंसे 16 बुजुर्गों को भी रेस्क्यू किया गया।
रतलाम में रेलवे स्टेशन और कॉलोनियाँ पानी में डूबीं
रतलाम में हालात और भी गंभीर रहे। यहाँ 2 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म नंबर 4 पूरी तरह डूब गया। जनता कॉलोनी, जवाहर नगर और पीएंडटी कॉलोनी जैसे कई इलाकों में पानी भर गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी।
चोरल नदी में बहा युवक, तलाश जारी
महू के पास कालाकुंड में बह रही चोरल नदी में एक युवक ने छलांग लगा दी। तेज बहाव के कारण युवक बह गया। फिलहाल, उसकी तलाश जारी है और रेस्क्यू टीम लगातार प्रयास कर रही है।
डैमों के गेट खोले गए
लगातार हो रही बारिश के चलते प्रदेश के कई डैम अपनी क्षमता से अधिक भर गए। हालात को संभालने के लिए गुरुवार को अलग-अलग जिलों में डैमों के गेट खोले गए।
- खंडवा के ओंकारेश्वर और इंदिरा सागर डैम के 21-21 गेट खोले गए।
- जबलपुर के बरगी डैम के 15 गेट खोले गए।
- इंदौर के यशवंत सागर डैम और शिवपुरी के मडीखेड़ा डैम के 6-6 गेट खोले गए।
- रतलाम के धोलावाड़ डैम के 5 गेट, इटारसी के तवा डैम के 3 गेट और रायसेन के हलाली डैम के 2 गेट खोले गए।
- मंदसौर के कालाभाटा डैम के भी 2 गेट खोले गए।