Tourism Department : मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में टुरिज्म को लेकर खास महत्व है। भविष्य में टुरिस्म की संभावना को देखते हुए इंदौर के ओम सर्किट के लिए ईको सिस्टम विकसित किये जाने का प्लान है।
आपको बतादें कि इसके लिए पर्यटन विभाग टूरिज्म इन्फॉर्मेशन सेंटर (पर्यटन सूचना केंद्र) और रियल टाइम इन्फॉर्मेशन एप बना रहा है, जिसकी शुरूआत इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) से की जाएगी। आपको बता दें कि यहां जाने वाले रास्तों के लिए साइनेज भी लगाए जाएंगे।
विभाग को इसके लिए प्रदेश में टूरिज्म ईको सिस्टम बनाने के लिए करीब 70 करोड़ की राशि मिली है। जिसके तहत दो तरह से काम किये जा रहे है, पहला एक सेंटर का निर्माण करके और दूसरा ऑनलाइन एप बनाकर। आपको बता दें कि इसके लिए टूरिज्म विभाग के अधिकारियों ने आईएसबीटी, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का दौरा भी किया।
इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर बनेंगे ओम सर्किट की तरह
सूत्रो के अनुसार इंदौर, उज्जैन और ओंकारेश्वर ओम सर्किट की तरह विकसित किए जा रहे है।गौरतलब है कि यहां दोनो ज्योतिर्लिंग और शंकराचार्य के अध्यात्म केंद्र, धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देते है। वहीं महेश्वर और मांडू जैसे अन्य पर्यटन स्थलों पर भी हेरिटेज पर्यटन बढ़ाने की संभावना है। बता दें कि पर्यटन सूचना केंद्र के जरिए उज्जैन और इंदौर के पर्यटन स्थलों को चिन्हित करके इनके बारे में विस्तृत जानकारी एकत्रित करके सेंटर पर लाया जाएगा।
आपको बता दें कि बस टर्मिनल, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर बनने वाले ये सेंटर आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगे। यहां वर्चुअल रियलिटी के जरिए लोगो के अनुभवो का डिस्प्ले भी सेंटर्स पर रहेगा, ताकि पर्यटकों के मन में इनके बारे में जिज्ञासा बढ़े।
साथ ही पर्यटन विभाग सूचना केंद्रो के साथ मोबाइल एप भी बना रहा है, ताकि पर्यटकों को पर्यटन स्थलों, मंदिर संग्रहालय झरने जैसी कई जगह के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके। मोबाइल एप के माध्यम से टुरिस्ट, संस्कृति, खान-पान, होटल, होम स्टे,गेस्ट हाउस और रेस्टोरेंट जैसी तमाम जानकारी ले सकेंगे।