इंदौर के महू में दर्दनाक सड़क हादसा: दो कारों की टक्कर में चार की मौत, तीन घायल

मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में बुधवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हो गया। महू के पास नांदेड़ गांव के समीप आगरा-मुंबई हाईवे पर दो कारों के बीच जबरदस्त टक्कर हुई, जिसके बाद एक कार आग के गोले में तब्दील हो गई। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा इतना भयावह था कि आसपास के लोगों के होश उड़ गए। रात करीब 11 बजे हुए इस हादसे ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।

टक्कर के बाद कार में लगी आग, जिंदा जले दो लोग

हादसा इतना भीषण था कि टक्कर के तुरंत बाद एक कार में भीषण आग लग गई। बताया जा रहा है कि वैन के पिछले हिस्से में पेंट के डिब्बे रखे हुए थे, जिससे आग तेजी से फैल गई। देखते ही देखते पूरी कार आग के गोले में बदल गई। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत दमकल विभाग और पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक कार में सवार दो लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी।

कैसे हुआ हादसा: तेज रफ्तार बनी मौत का कारण

इंदौर के एएसपी रूपेश द्विवेदी ने बताया कि हादसा रात लगभग 11 बजे हुआ, जब मानपुर से महू की ओर जा रही एक तेज रफ्तार कार अचानक असंतुलित होकर डिवाइडर पार कर गई। कार डिवाइडर लांघते हुए सामने से आ रही वैन पर जा गिरी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहन पलट गए। वैन में लगी गैस किट ने आग पकड़ ली, जिससे अंदर बैठे दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में रवींद्र निवासी धामनोद और एक अन्य व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, बसौड़ा के धरमपुरी के गोलू (25), चेतन (20) और बागवाना निवासी संजय (22) गंभीर रूप से घायल हो गए। इन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक और युवक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

रातभर चला राहत और बचाव कार्य

हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने किसी तरह आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी तेज थी कि वैन पूरी तरह जलकर खाक हो गई। बाद में दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर रातभर राहत-बचाव अभियान चलाया। हादसे के बाद हाईवे पर लंबे समय तक ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही।

पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारी

बड़गोंदा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों वाहनों को सड़क से हटवाया और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और हादसे के कारणों की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में तेज रफ्तार और वाहन नियंत्रण खोना दुर्घटना का मुख्य कारण बताया जा रहा है।

इलाके में शोक की लहर, प्रशासन ने जताया दुख

नांदेड़ और आसपास के गांवों में इस हादसे के बाद शोक की लहर है। ग्रामीणों का कहना है कि इस हाईवे पर कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, क्योंकि यहां सड़क पर मोड़ के बाद दृश्यता काफी कम हो जाती है। हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को प्रशासन की ओर से आर्थिक सहायता देने पर विचार किया जा रहा है।