इंदौर में पुलिस-प्रशासन द्वारा भारी वाहनों पर लागू की गई नो-एंट्री व्यवस्था के विरोध में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने बड़ा कदम उठाया है। एसोसिएशन ने घोषणा की है कि सोमवार, 6 अक्टूबर से शहर में माल की बुकिंग और डिलीवरी अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेगी।
एयरपोर्ट रोड हादसे के बाद लिया गया था निर्णय
हाल ही में एयरपोर्ट रोड पर हुए ट्रक हादसे के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए शहर के 19 मार्गों पर सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक भारी वाहनों की एंट्री रोक दी। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के बाद यह नियम लागू किया गया। प्रशासन का कहना है कि इससे ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की आपत्ति
एसोसिएशन ऑफ पार्सल ट्रांसपोर्ट एंड फ्लीट ओनर्स के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने बताया कि सुबह 6 से रात 11 बजे तक नो-एंट्री का प्रावधान व्यापार के लिए बड़ा व्यवधान बन गया है। लोहा मंडी, छावनी, अनाज मंडी और ट्रांसपोर्ट नगर जैसे क्षेत्र माल परिवहन के प्रमुख केंद्र हैं, जहां इस समय सीमा में काम पूरा करना असंभव हो रहा है। इसी कारण एसोसिएशन ने अनिश्चितकालीन बंद का निर्णय लिया है।
एसोसिएशन के सुझाव
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने प्रशासन के सामने कई सुझाव भी रखे हैं:
- पालदा से नवलखा होते हुए अग्रसेन चौराहा मार्ग पर येलो लाइन बनाई जाए ताकि वाहन कतारबद्ध चलें।
- लोहा मंडी क्षेत्र से अतिक्रमण हटाया जाए।
- नो-एंट्री का समय सुबह 8 बजे से शुरू किया जाए ताकि रात के लोडेड ट्रक निकल सकें।
- प्रशासन और ट्रांसपोर्टर्स की नियमित बैठकें आयोजित हों।
- प्रमुख मंडियों तक ट्रकों के संचालन के लिए कार्ययोजना बनाई जाए।
- तीन इमली क्षेत्र में पीपीपी मॉडल पर ट्रक पार्किंग उपलब्ध कराई जाए।
नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि नो-एंट्री का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई होगी। 1 से 2 अक्टूबर के बीच पुलिस ने नियम तोड़ने वाले 23 ट्रकों पर चालानी कार्यवाही की। यातायात पुलिस ने यह भी बताया कि नो-एंट्री वाले मार्गों पर स्पष्ट साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं और ट्रकों की अनावश्यक पार्किंग पर रोक लगाई जाएगी।
शहर में किन स्थानों पर लागू है नो-एंट्री?
नो-एंट्री के दायरे में कई प्रमुख स्थान शामिल हैं, जिनमें सुपर कॉरिडोर, बिजासन टी, चंदन नगर, राजीव गांधी चौराहा, अग्रसेन चौराहा, तेजाजी नगर, तीन इमली ब्रिज, बिचौली अंडरब्रिज, रेडिसन चौराहा, देवास नाका, बापट चौराहा और आजाद नगर जैसे बड़े पॉइंट शामिल हैं।
व्यापार और परिवहन पर असर
इंदौर, जिसे मध्य भारत की औद्योगिक राजधानी माना जाता है, इस फैसले से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि जब तक प्रशासन इस फैसले पर पुनर्विचार नहीं करता, तब तक उनका बंद जारी रहेगा। इससे माल की आवाजाही और व्यापारिक गतिविधियों पर गहरा असर पड़ना तय है।