मेघालय के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल चेरापूंजी (सोहरा) में स्थानीय निवासियों ने राजा रघुवंशी की मृत्यु पर शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
शांति और सद्भाव का संदेश
सोहरा के लोगों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका समुदाय सदैव शांतिप्रिय और मिलनसार रहा है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे हर पर्यटक का स्वागत खुले दिल से करते हैं और मेहमानों की सुरक्षा और सम्मान उनके लिए सर्वोपरि है।
टूरिज्म को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों से इंकार
स्थानीय नागरिकों ने उन सोशल मीडिया पोस्ट्स और अफवाहों का खंडन किया, जिनमें चेरापूंजी को लेकर नकारात्मक बातें फैलाई जा रही थीं। उनका कहना है कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के चलते पूरे क्षेत्र को बदनाम करना अनुचित है।
पर्यटकों से विश्वास बनाए रखने की अपील
मेघालय के निवासियों ने देशभर के पर्यटकों से अपील की कि वे चेरापूंजी और आसपास के इलाकों को लेकर भ्रमित न हों। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य का माहौल पूरी तरह सुरक्षित और स्वागतयोग्य है, और यहां आने वालों को किसी तरह की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
मानवता की मिसाल बना चेरापूंजी
राजा रघुवंशी को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ स्थानीय युवाओं ने एकजुटता और मानवता की मिसाल पेश की। उन्होंने साफ कहा कि वे दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ हैं और न्याय की उम्मीद करते हैं।