Triple M Project : इंदौर को देगा नई दिशा

विपिन नीमा, इंदौर

आने वाले दिनों में ट्रिपल एम ( Triple M Project ) वाले तीन बड़े, मंहगे और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट मेट्रो रेल प्रोजेक्ट, मेट्रो पॉलिटीन रीजन और नवीन मास्टर प्लान की सडक़ें इंदौर को नए इंदौर की और ले जाएंगे। लगभग 12 से 15 हजार करोड़ की लागत वाले मेट्रो रेल प्रोजेक्ट धरातल पर आ चुका है, और कुछ दिनों बाद प्रोजेक्ट का पहला चरण यानी मेट्रो का कमर्शियल रन प्रारंभ हो जाएंगा। इसी प्रकार इंदौर को मेट्रो पॉलिटीन रीजन बनाने के लिए कागजों पर आ चुका है। इस प्रोजेक्ट की प्रारंभिक स्थिति यह है इसका क्षेत्रफल 9336.10 वर्ग किलोमीटर निर्धारित किया गया है, जिसमें पांच जिलों के एरिया लिए गए है। तीसरा बड़ा प्रोजेक्ट नवीन मास्टर प्लान का है। शहर की टै:फिक व्यवस्था को सुगम बनाने तथा शहरी क्षेत्र से लगे विभिन्न गांवों को शहर से जोडऩे के लिए मास्टर प्लान की 10 नवीन सडक़ों को बनाने पर मंथन चल रहा है। फिलहाल यह प्रोजेक्ट प्लानिंग में है। मास्टर प्लान की सडक़ों को लेकरजनप्रतिनिधियों और अफसरों की बैठकों का दौर चल रहा है। उपरोक्त तीनों ही प्रोजेक्ट नए इंदौर के लिए अहम है।

Triple M Project में से एक मेट्रो के पहले कमर्शियल रन की तैयारी

देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में शहर की जनता के लिए ट्रिपल एम प्रोजेक्ट ( Triple M Project ) में से एक मेट्रो रेल सेवा जल्द ही  प्रारंभ होने जा रही है। इंदौर में पहले चरण में 17.5 किलोमीटर लंबी दूरी पर मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी. इंदौर में दीपावली तक मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी है. इसका शुभारंभ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है.। हाल ही में कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेलवे सेफ्टी की स्वीकृति मिलने के बाद इंदौर मेट्रो रेल कंपनी द्वारा जल्द से जल्द मेट्रो ट्रेन शुरू करने की तैयारी की गई है. इसका किराया भी न्यूनतम 20 से लेकर अधिकतम 80 रुपए तक तय कर दिया गया है. पहले चरण में मेट्रो ट्रेन गांधीनगर से सुपर कॉरिडोर स्टेशन तक लगभग 6 किलोमीटर तक चलेगी, जो सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक दोनों और 50-50 फेरे लगाएगी। मेट्रो प्रोजेक्ट की वर्तमान स्थिति यह है कि एक तरफ मेट्रो कम्पनी प्रथम चरण के कमर्शियल रन शुरु करने की तैयारी कर रही है जबकि दूसरी और दूसरे चरण का काम तेजी से चल रही है। कमर्शियल रन प्रारंभ होते ही दूसरे चरण के काम में काफी तेजी आ जाएगी।

लगभग पूरा तैयार हो चुका है मेट्रोपॉलिटन रीजन का खाका

इंदौर को मेट्रो सिटी बनाने के लिए प्रोजेक्ट कागजों पर आ चुका है। प्रारम्भिक चरण में इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन (आईएमआर) का पूरा प्लान लगभग तैयार कर लिया गया है। इसके लिए इंदौर के आसपास के चार जिलों को जोड़ा गया है। मेट्रोपॉलिटन एरिया बनाने के लिए इसमें शामिल जिलों की अलग-अलग तहसील, निकायों का डेटा, वहां की जनसंख्या की जानकारियां प्राप्त कर ली गई है। यानी मेट्रोपॉलिटन रीजन का खाका तैयार हो गया है। इसमें पांच जिलों की 29 तहसीलों में आने वाले 1756 गांवों के 9336 वर्ग किमी एरिया को शामिल किया गया। इन पांच जिलों इंदौर, उज्जैन , धार , देवास तथा शाजापुर में से सबसे ज्यादा देवास जिले के 213 गांवों को शामिल किया गया है । जबकि इंदौर जिले की महू तहसील के 178 गांव इसमें शामिल हुए है। पिछले दिनों इंदौर में अफसरों और जनप्रतिनिधियों की हुई सयुंक्त बैठक में कई तरह की जानकारियां निकलकर आई है। मेट्रोपॉलिटन रीजन में सबसे ज्यादा गांव देवास जिले की देवास तहसील के 213 गांव शामिल हो रहे है। जबकि इंदौर जिले की महू तहसील के 178 गांव चिन्हित किए गए है। मेट्रोपॉलिटन रीजन के प्लान पर इंदौर की मेहता एंड एसोसिएट कपनी काम कर रही है। सभी जिलों से डाटा आ गया है। इसके अलावा भोपाल के मेप आइटी ने भी काफी दस्तावेज भेज दिए हैं।

नए मास्टर प्लान की सड़कों को गांव से जोड़ने का प्लान

आईडीए ने शहर की ट्रेफिक व्यवस्था को सुगम बनाने तथा शहर से लगे विभिन्न गांवों को शहर से जोडऩे के लिए नई सडक़ों का खाका तैयार कर लिया है। ये सभी सडक़ंे नवीन मास्टर प्लान के अन्तर्गत आ रही है। आईडीए ने तेजी से बढ़ रहे नए इंदौर को देखते हुए नवीन मास्टर प्लान की 10 सडक़े चुनी है जिसकी कुल लम्बाई लगभग 100 किलोमीटर रहेगी। इसको बनाने के लिए लगभग 1100 करोड़ रुपए की लागत आएंगी। ये सडक़ें बनने से एक तरह कुल 45 गांव शहर से जुड़ेंगे। सबसे खास बात यह है कि सडक़ंे बनने और कनेक्टिविटी बढऩे से कई उद्योगों के लिए रास्ते भी खुलेंगे । 100 किलोमीटर की सडक़ों का जिस तरह से प्रेजेंटेशन तैयार किया गया है उसमें आईटी उद्योग, शिक्षा, विभिन्न क्लस्टर तथा हब बायो मेडिकल संस्थान, कन्वेंश सेंटर आदि शामिल है। बताया गया है कि यह पूरा प्रोजेक्ट प्लानिंग में है। मास्टर प्लान की सडक़ों को लाने के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच कुछ बैठकें हो चुकी हंै। पिछले दिनों आईडीए ऑफिस में हुई बैठक में मास्टर प्लान की प्रस्तावित सडक़ों को लेकर सांसद शंकर लालवानी और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि ये सडक़ें सभी महत्वपूर्ण हैं।