भारत-पाक युद्धविराम पर एक बार फिर ट्रंप की एंट्री, कहा- ‘सीजफायर नहीं तो…’

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए थे। भारत ने इस हमले का कड़ा जवाब देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत पर जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने उसे नाकाम कर दिया।

अमेरिका की भूमिका में आया बड़ा मोड़

इस तेजी से बिगड़ती स्थिति के बीच अमेरिका की ओर से हस्तक्षेप किया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को बयान देते हुए दावा किया कि उनके प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु संघर्ष को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ट्रंप ने कहा, “मुझे गर्व है कि हमने युद्ध को टालने में मदद की। भारत और पाकिस्तान के पास बड़ी संख्या में परमाणु हथियार हैं। अगर युद्ध होता तो लाखों लोग मारे जा सकते थे।”

ट्रंप की चेतावनी- युद्ध नहीं रोका तो व्यापार नहीं

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने स्पष्ट शब्दों में भारत और पाकिस्तान से कहा कि यदि सीजफायर नहीं होता, तो अमेरिका व्यापारिक संबंधों को रोक देगा। “अगर आप युद्ध रोकते हैं तो हम व्यापार करेंगे, नहीं तो कोई व्यापार नहीं होगा,” ट्रंप ने यह दोटूक संदेश दोनों देशों को दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उनके प्रशासन ने व्यापार को कूटनीतिक साधन के रूप में इस्तेमाल किया और यह रणनीति कारगर रही।

भारत और पाकिस्तान की समझदारी की सराहना

राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि दोनों देशों ने बेहद गंभीरता, संयम और बुद्धिमत्ता के साथ स्थिति को संभाला। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि भारत और पाकिस्तान के नेताओं ने तनाव की गंभीरता को समझा और समाधान की दिशा में काम किया। दोनों देशों ने दिखाया कि वे शक्ति और धैर्य के साथ फैसले लेने में सक्षम हैं।”

व्यापार के ज़रिए संबंध सुधारने की बात

ट्रंप ने यह भी बताया कि अमेरिका भारत के साथ व्यापार पर बातचीत कर रहा है और जल्द ही पाकिस्तान के साथ भी व्यापार वार्ता शुरू होगी। उन्होंने उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो को उनकी कूटनीतिक भूमिका के लिए धन्यवाद भी दिया।