बारिश के मौसम में घर को सीलन-फ्री रखने के लिए आज़माएं ये आसान उपाय, दीवारों पर कभी नहीं आएगी नमी

मानसून में लगातार बंद दरवाजे-खिड़कियां घर में सीलन और नमी को बढ़ावा देते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप दिन में कुछ देर सभी खिड़कियां और दरवाजे खोलें ताकि अंदर-बाहर की हवा का आवागमन बना रहे। इसके अलावा, किचन और बाथरूम के एग्जॉस्ट फैन जरूर चलाएं और अगर संभव हो तो एक पोर्टेबल डिह्यूमिडिफायर भी लगाएं जो नमी को सोखने में मदद करेगा।

फर्नीचर को दीवार से थोड़ा दूर रखें – सांस लेने दें दीवारों को

बारिश में दीवारें अकसर नमी खींच लेती हैं, और अगर फर्नीचर उनसे सटा हो तो उसमें भी नमी बैठ जाती है। लकड़ी के फर्नीचर को दीवार से करीब 3–5 इंच दूर रखें। अलमारियों और बेड के नीचे अखबार, सिलिका जेल या नमी सोखने वाले पैड लगाएं, जिससे वे सूखे रहें और फफूंदी से बचे रहें।

बेकिंग सोडा और सेंधा नमक – छोटे उपाय, बड़ा असर

आपके घर के वे कोने जो अक्सर सीलन से ग्रस्त रहते हैं, वहां कटोरी में थोड़ा बेकिंग सोडा या रॉक सॉल्ट (सेंधा नमक) रखें। ये प्राकृतिक तरीके से नमी को सोख लेते हैं और दुर्गंध को रोकते हैं। हर हफ्ते इसे बदलना न भूलें, ताकि इसका असर बना रहे।

नियमित सफाई रखें बरकरार – नमी की जड़ यहीं खत्म करें

हर हफ्ते एक बार सूखे कपड़े या साफ वाइप से दीवारों और कोनों की सफाई करें। अगर काली फफूंदी दिखे तो सफेद सिरका या फिनायल मिले पानी से उसे तुरंत साफ करें। वहीं, कारपेट और पर्दों को समय-समय पर बाहर धूप या खुली हवा में सुखाना जरूरी है, ताकि उनमें सीलन न बैठे।

दरारों को बंद करें – पानी को घर में घुसने से रोकें

अक्सर बारिश का पानी खिड़की या दरारों से घर के अंदर आता है। इससे बचने के लिए रबर सीलिंग टेप या वॉटरप्रूफ स्ट्रिप्स लगवाएं। दीवारों में जो भी क्रैक हैं, उन्हें मानसून से पहले वॉटरप्रूफ सीमेंट या POP से भरवाएं।

दीवारों को वॉटरप्रूफ बनाएं – लंबे समय की राहत

अगर हर साल मानसून में घर सीलन से परेशान करता है तो एक बार वॉटरप्रूफ कोटिंग या एंटी-डैम्प पेंट करवाएं। ये कोटिंग बाजार में आसानी से मिलती है और आमतौर पर 3–5 साल तक असरदार रहती है। इससे न सिर्फ सीलन रोकी जा सकती है, बल्कि दीवारें भी मजबूत बनी रहती हैं।

प्राकृतिक ताजगी बनाए रखें – घर रहे महकता और तरोताजा

कपूर और लौंग जैसे घरेलू पदार्थ न सिर्फ नमी को सोखते हैं बल्कि वातावरण को सुगंधित भी रखते हैं। आप चाहें तो एसेंशियल ऑयल वाले डिफ्यूज़र या खुशबूदार मोमबत्तियों का उपयोग भी कर सकते हैं। इसके अलावा एलोवेरा और पीस लिली जैसे इंडोर पौधे भी घर को तरोताजा और स्वच्छ बनाए रखते हैं।

मानसून के लिए खास सुझाव – छोटी बातें, बड़ा फर्क

• वॉशिंग मशीन या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को प्लास्टिक शीट से ढक कर रखें।
• गीले जूते-चप्पल घर के बाहर ही उतारें ताकि गंदगी और नमी अंदर न आए।
• स्नान के बाद बाथरूम का दरवाजा खुला रखें ताकि नमी बाहर निकल सके।