मध्य प्रदेश में सक्रिय हुए दो नए पश्चिमी विक्षोभ, फिलहाल 3 दिन शीतलहर से राहत; इसके बाद फिर लौटेगी कड़ाके की ठंड

मध्य प्रदेश में इन दिनों जारी कड़ाके की ठंड से लोगों को फिलहाल कुछ राहत मिलने के संकेत हैं। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले तीन दिनों तक प्रदेश के किसी भी जिले में शीतलहर का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। इसकी मुख्य वजह यह है कि एक साथ दो नए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय हुए हैं, जिसके चलते प्रदेश में चल रही बर्फीली और तेज सर्द हवाओं की तीव्रता कमजोर पड़ने लगी है। हालांकि राहत के बावजूद ठंड पूरी तरह खत्म नहीं हुई है, क्योंकि न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला अब भी जारी है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत के राज्यों में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर से बारिश और बर्फबारी शुरू हो गई है। इसी कारण उत्तर दिशा से आने वाली ठंडी हवाओं का प्रभाव फिलहाल कम हुआ है। इसका सीधा असर मध्य प्रदेश पर पड़ा है और इसी वजह से अगले तीन दिन तक शीतलहर की स्थिति नहीं बनेगी। लेकिन यह राहत ज्यादा लंबे समय तक रहने वाली नहीं है, क्योंकि मौसम का मिजाज जल्द ही फिर करवट लेने वाला है।

मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में एक बार फिर बारिश और बर्फबारी का दौर तेज होगा। जैसे ही वहां बर्फबारी बढ़ेगी, ठंडी हवाएं दोबारा मध्य प्रदेश की ओर रुख करेंगी। इसके प्रभाव से प्रदेश में फिर से शीतलहर का असर देखने को मिल सकता है और ठंड का प्रकोप दोबारा बढ़ने की संभावना है।

बीते शनिवार को प्रदेश के कई हिस्सों में रात का तापमान बेहद नीचे चला गया। प्रदेश के 25 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। शहडोल जिले का कल्याणपुर प्रदेश का सबसे ठंडा इलाका रहा, जहां तापमान 4.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। इसके अलावा राजगढ़ और पचमढ़ी में 5.4 डिग्री, इंदौर में 5.9 डिग्री और मंदसौर में 6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

ठंड का असर राजधानी भोपाल समेत कई बड़े शहरों में भी साफ नजर आया। भोपाल और शाजापुर के गिरवर में न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री रहा, जबकि रीवा में 7 डिग्री, रायसेन और नौगांव में 7.6 डिग्री तथा मलाजखंड में 7.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मंडला और शिवपुरी में 8.2 डिग्री, दतिया में 8.4 डिग्री और जबलपुर में 8.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ।

प्रदेश के अन्य शहरों में भी रातें बेहद सर्द रहीं। बैतूल में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि उज्जैन, खजुराहो, सतना, दमोह और टीकमगढ़ में तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ग्वालियर में भी पारा 9.8 डिग्री पर आ गया। कुल मिलाकर प्रदेश में ठंड का असर अभी बना हुआ है और आने वाले दिनों में मौसम एक बार फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकता है।