मप्र में दो पाकिस्तानी और एक बांग्लादेशी को मिली citizenship

स्वतंत्र समय, भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नागरिकता ( citizenship  ) संशोधन अधिनियम के अंतर्गत तीन विदेशी नागरिकों को भारत की नागरिकता का प्रमाण पत्र सौंपा है। ये तीनों ही मप्र में नागरिकता पाने वाले पहले नागरिक हैं जो भारत के नागरिक कहलाएंगे। इस मौके पर सीएम यादव ने कहा कि यह ऐसी कठिनाई थी जिसका निराकरण होने के बाद अखंड भारत की याद आती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएए के माध्यम से ऐसे लोगों को सुरक्षा की छतरी देने का काम किया है। हमारे परिवार के लोग हमारे पास आ रहे हैं क्योंकि अपने धर्म को बचाना चाहते हैं। इनके जैसे और भी जो लोग आए हैं उनका भी स्वागत है।

इन्हें मिला citizenship प्रमाण पत्र

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नागरिकता ( citizenship ) का पहला सर्टिफिकेट समीर, दूसरा संजना मेलवानी और तीसरा सर्टिफिकेट राखी दास को दिया। मंत्रालय में इन तीनों को नागरिकता प्रमाण पत्र देने के बाद सीएम यादव ने कहा कि 1947 के पहले तब की सरकार द्वारा निर्णय किया गया था कि देश में सभी अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देंगे। इसमें हिन्दू, सिख, बौद्ध, इसाई, जैन पारसी दूसरे देश में रह गए थे, उन्हें सुरक्षा मिलेगी। काल के प्रवाह में जैसी कि आशंका थी, बड़े पैमाने पर इन धर्मवालंबियों को कष्ट दिए गए। इसके बाद अपने देश में लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। जबकि मूल रूप से ये विदेशी नहीं बल्कि अखंड भारत का हिस्सा थे। अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश के लोग इन्हें सुरक्षा की छतरी नहीं दे पा रहे थे।