Ujjain News : उज्जैन नगर निगम ने संपत्तिकर जमा न करने वाले बड़े बकायादारों के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। आगामी नेशनल लोक अदालत से पहले निगम ने शहर के प्रमुख बकायेदारों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी कड़ी में बुधवार को उज्जैन के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज पर बड़ी कार्रवाई की गई।
कॉलेज पर नगर निगम का एक करोड़ एक लाख 20 हजार रुपये का टैक्स बकाया है। राशि जमा न होने पर निगम के अमले ने कॉलेज पहुंचकर वहां के स्टोर रूम को सील कर दिया है।

नगर निगम की इस कार्रवाई से प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। कॉलेज प्रशासन ने इस कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताई है। कॉलेज के प्रिंसिपल उमेश पेंढारकर ने कहा कि वे इस मामले को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। उनका कहना है कि निगम ने वर्ष 1991 से टैक्स जोड़कर यह राशि निकाली है, जबकि कॉलेज प्रशासन को इतनी पुरानी बकाया राशि की जानकारी नहीं थी।
प्रिंसिपल बोले- डेढ़ साल से टैक्स भर रहे हैं
इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल उमेश पेंढारकर ने निगम की कार्रवाई को अनुचित बताया है। उन्होंने कहा,
“हम पिछले डेढ़ वर्ष से नियमित रूप से संपत्तिकर जमा कर रहे हैं। इससे पहले कितनी राशि बाकी थी, इसकी हमें जानकारी नहीं थी। हाल ही में हमें निगम से नोटिस मिला, इससे पहले कोई सूचना नहीं दी गई थी। निगम ने 1991 से टैक्स जोड़ा है, जो गलत है। हम कोर्ट में इसका विरोध करेंगे और यदि वहां बात नहीं बनी तो शासन से राशि की मांग करेंगे।”