उज्जैन महाकाल मंदिर: विंटर वेकेशन के पहले दिन उमड़ा जनसैलाब, 11 बजे तक 70 हजार भक्तों ने किए दर्शन, 5 जनवरी तक नई व्यवस्था लागू

उज्जैन। विंटर वेकेशन और क्रिसमस की छुट्टियों की शुरुआत के साथ ही बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। छुट्टियों के पहले दिन यानी गुरुवार को ही महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या में भारी इजाफा दर्ज किया गया। स्थिति यह है कि मंदिर परिसर पूरी तरह खचाखच भरा हुआ है।

मंदिर समिति के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह 11 बजे तक ही 70 हजार से अधिक भक्त भगवान महाकाल के दर्शन कर चुके थे। आगामी दिनों में भीड़ और बढ़ने की संभावना को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने दर्शन व्यवस्था में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। ये नई व्यवस्थाएं आगामी 5 जनवरी तक लागू रहेंगी।

टनेल से हो रहा आम दर्शनार्थियों का प्रवेश

प्रशासन ने पहले से तय योजना के मुताबिक आम दर्शनार्थियों के लिए टनल के जरिए प्रवेश की व्यवस्था शुरू कर दी है। अब सामान्य कतार में लगने वाले श्रद्धालु मानसरोवर द्वार से प्रवेश कर रहे हैं। यहां से वे बैरिकेड्स से होते हुए टनल में दाखिल होते हैं और सीधे गणेश मंडपम पहुंचकर बाबा के दर्शन कर रहे हैं। दर्शन के बाद निकासी के लिए बड़े गणेश मंदिर की ओर निर्गम मार्ग बनाया गया है।

शीघ्र दर्शन व्यवस्था में भी बदलाव

भीड़ प्रबंधन के लिए मंदिर समिति ने 250 रुपये वाली शीघ्र दर्शन व्यवस्था में भी बदलाव किया है। अब गेट नंबर 4 की बजाय बड़ा गणेश मंदिर के सामने शीघ्र दर्शन के काउंटर बनाए गए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यहीं पर मोबाइल लॉकर और जूता-चप्पल स्टैंड भी स्थापित किए गए हैं।

भक्त यहां रसीद लेने के बाद अपना सामान सुरक्षित जमा कर सकते हैं। इसके बाद वे बैरिकेड्स के माध्यम से सीधे टनल होते हुए गणेश मंडपम की लाइन नंबर 1 से दर्शन करेंगे और आम दर्शनार्थियों के साथ ही बाहर निकलेंगे।

लड्डू प्रसाद का उत्पादन दोगुना किया गया

महाकाल मंदिर में दर्शन के साथ ही लड्डू प्रसाद की मांग भी काफी बढ़ गई है। सामान्य दिनों में मंदिर की इकाई में प्रतिदिन 50 से 60 क्विंटल प्रसाद तैयार होता है, लेकिन विशेष अवसरों और छुट्टियों को देखते हुए इसे बढ़ाकर लगभग दोगुना कर दिया गया है।

प्रशासन ने प्रसाद वितरण के लिए काउंटरों की संख्या भी बढ़ा दी है। वर्तमान में मंदिर परिसर में गेट नंबर 1, गेट नंबर 3, महाकाल लोक और मंदिर परिसर सहित कुल 8 काउंटर हैं। इसके अलावा भीड़ को देखते हुए बड़ा गणेश मंदिर और विक्रमादित्य टीले के पास विशेष काउंटर लगाए गए हैं। यहां भक्तों को 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और एक किलो के पैकेट में प्रसाद उपलब्ध कराया जा रहा है। गौरतलब है कि पिछले साल 31 दिसंबर और 1 जनवरी को करीब 150 क्विंटल प्रसाद की रिकॉर्ड बिक्री हुई थी, इसी आंकड़े को ध्यान में रखते हुए तैयारी की गई है।

भोजन और विश्राम के इंतजाम

श्रद्धालुओं की भारी आमद को देखते हुए महाकाल अन्नक्षेत्र में भोजन वितरण का समय और क्षमता दोनों बढ़ाई गई है। प्रशासन ने भीड़ अत्यधिक बढ़ने की स्थिति के लिए भी बैकअप प्लान तैयार किया है। कर्कराज मंदिर और चारधाम मंदिर के पास होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। यहां भक्तों के बैठने और पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त मान सरोवर द्वार और त्रिवेणी संग्रहालय के पास भी अतिरिक्त जूता स्टैंड और मोबाइल लॉकर की सुविधा शुरू की गई है।