उज्जैन विधायक अनिल कालूखेड़ा ने लैंड पूलिंग एक्ट को निरस्त करने की मांग की, प्रदेश सरकार के समक्ष रखी मांग

Ujjain News : उज्जैन उत्तर के विधायक अनिल कालूखेड़ा ने लैंड पूलिंग एक्ट को निरस्त करने की मांग की। उज्जैन में मध्यप्रदेश शासन द्वारा सिंहस्थ को दृष्टिगत रखते हुए लैंडपूलिंग योजना लाई गई हैं।
इसके विरोध में विधायक अनिल कालूखेड़ा ने कहा कि इस योजना का समर्थन मैंने विधानसभा और विधानसभा के बाहर किया है। लेकिन 17 नवंबर 2025 को भोपाल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष माननीय हेमंत खण्डेलवाल और किसान संघ के प्रतिनिधियों के साथ, माननीय आपकी उपस्थिति में बैठक संपन्न हुई थी।

बैठक में निर्णय लिया गया कि लैंडपूलिंग योजना वापस ली जाती हैं। इसके बाद भी किसान संघ ने एक उत्सव रैली का उज्जैन में आयोजन किया था, जिसमें मैं स्वयं भी शामिल हुआ। प्रशासन, प्रेस एवं किसान संघ के माध्यम से यह ध्यान में आया कि लैंडपूलिंग योजना यथावत हैं।

इस कारण से किसान संघ ने दिनांक 14 दिसम्बर 2025 की अपनी बैठक में पुनः 26 दिसम्बर 2025 को लैंडपूलिंग योजना के विरोध में आंदोलन किये जाने का निर्णय किया हैं। इस आन्दोलन मैं स्वयं किसानों के सम्मान में एवं किसानों के हित में जो आन्दोलन किसान संघ द्वारा लैन्डपूलिंग एवं सिंहस्थ के संबंध में प्रस्तावित हैं। इस आन्दोलन में सम्मिलित होने हेतु मैं भी विवश रहूंगा।
अतः आप से आग्रह हैं कि किसानों के हित में यथा उचित निर्णय करेंगे। माननीय प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा से मेरी कुछ मांगें भी हैं, जो निम्नानुसार हैं:-
1. आज दिनांक तक उज्जैन में सिंहस्थ भूमि पर जो रहवासी बस गये हैं, उन्हें अवासीय प्रयोजन का लाभ
मिले एवं उक्त भूमि को सिंहस्थ यूज से फ्री की जावें। इस क्षेत्र में लगभग एक लाख की आबादी बस चुकी
हैं। यह मेरे चुनावी घोषणा में शामिल हैं।
2. पिपलिनाका क्षेत्र की 3 रोड़ों के चौड़ीकरण पर पुनः विचार किया जाए।
अतः श्रीमान से निवेदन हैं कि किसान हित में निर्णय लेकर किसानों का सम्मान करेंगें।