सिंहस्थ 2028 से पहले उज्जैन को मिलेगी बड़ी सौगात: बनेगी इंटरनेशनल पैरामीटर्स वाली फूड एंड ड्रग लैब

प्रदेश सरकार अब लोगों की सेहत को और सुदृढ़ करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है। भोपाल और इंदौर के बाद अब उज्जैन में इंटरनेशनल पैरामीटर्स वाली अत्याधुनिक फूड एंड ड्रग लैब बनाई जाएगी।

लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने बताया कि इस लैब का निर्माण कार्य मार्च 2026 तक शुरू कर दिया जाएगा और इसे सिंहस्थ 2028 से पहले पूरी तरह संचालित किया जाएगा। इस परियोजना पर करीब 50 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

मंत्री पटेल ने सोमवार को इंदौर में 8 करोड़ की लागत से बनी फूड एंड ड्रग लेबोरेटरी का लोकार्पण करते हुए कहा कि राज्य और केंद्र सरकार जनता के स्वास्थ्य को लेकर अत्यंत सजग हैं। लोगों को बीमारियों से बचाने और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार नई पहल की जा रही है। इंदौर की नई लैब में फूड टेस्टिंग के सभी आधुनिक उपकरण आ चुके हैं और इंटरनल टेस्टिंग भी शुरू हो चुकी है। जल्द ही इसे NABL मान्यता भी मिल जाएगी।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में फिलहाल दो तरह के सैंपल जांचे जाते हैं—सर्विलॉन्स सैंपल और लीगल सैंपल। जहां सर्विलॉन्स सैंपल नियमित निगरानी के तहत लिए जाते हैं, वहीं लीगल सैंपल किसी शिकायत या संदिग्ध स्थिति में विधिक कार्रवाई के लिए जुटाए जाते हैं।

मंत्री ने कहा कि इंदौर के बाद जबलपुर और ग्वालियर में भी फूड एंड ड्रग लैब्स स्थापित की जा रही हैं। इसके बाद उज्जैन में बनने वाली इंटरनेशनल स्टैंडर्ड लैब में विश्वस्तरीय हाईटेक मशीनें लगाई जाएंगी। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वैश्विक स्तर की तकनीकों का अध्ययन करें और उन्हें इस परियोजना में शामिल करें। यह लैब न केवल प्रदेश बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर उपयोगी साबित होगी।