Underground Metro : नई सर्वे रिपोर्ट में 3 गुना लागत बढ़ने से सरकार के होश उड़े

विपिन नीमा, इंदौर

बंगाली चौराहे से एयरपोर्ट तक अंडरग्राउंड मेट्रो ( Metro ) रेल के सर्वे रिपोर्ट को अभी ओपन नहीं की गई है। अभी यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री, नगरीय प्रशासन मंत्री और विभाग के प्रमुख सचिव के बीच धूम रही है, लेकिन अभी तक रिपोर्ट के आधार पर सरकार कोई ठोस फैसला नहीं ले पा रही है। इसकी खास दो वजह बताई जा रही है। पहली वजह यह है की अगर इंदौैर में 12 किलोमीटर का अंडर ग्राउंड मेट्रो ट्रेक बनाया गया तो लागत तीन गुना बढ़ जाएगी, दूसरी वजह यह है की इस 12 किलोमीटर के हिस्से में कई बाधाएं भी आ रही है।

Metro का एलिवेटेड स्टेशन 58 करोड़ रुपए में तैयार होगा

इंदौर के अधिकारी ने स्पष्ट किया है की मेट्रो ( Metro ) कम्पनी को सर्वे रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। अभी रिपोर्ट सरकार के पास ही है। मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन की लागत भी चौैंकाने वाली है। प्रोजेक्ट के मुताबिक एक मेट्रो स्टेशन को बनाने की लागत 198 करोड़ से 200 करोड़ आ रही है। स्टेशन की साइज 240 मीटर लम्बा और 24 मीटर चौड़ा रखी गई है। जबकि मेट्रो का एलिवेटेड स्टेशन 58 करोड़ रुपए में तैयार हो रहा है। उधर मेट्रो कम्पनी के अधिकारियों का कहना है की नई सर्वे को लेकर होने वाली बैठक की तिथि अभी तय नहीं हुई है। सूत्रों ने बताया गया है की फिलहाल सर्वे रिपोर्ट मुख्यमंत्री, नगरीय प्रशासन मंत्री और विभाग प्रमुख सचिव के बीच घूम रही है। सबसे बड़ा सवाल यह है की अंडर ग्राउंड मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत तीन गुना बढ़ने से क्या सरकार खर्चा करने के लिए राजी हो जाएगी, या फिर साढ़े 8.8 किलोमीटर का हाईकोर्ट से लेकर एयरपोर्ट तक ही टे्रक रखा जाएगा। इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। एक बात और पते में आई है की बीच शहर से अंडरग्राउंड मेट्रो को निकालने के लिए कई बड़ी-बड़ी बाधाओं को दूर करना पड़ेगा।

नए सर्वे से पहले अंडर ग्राउंड स्टेशन ऐसा था

आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के मुताबिक पहले जो प्रोजेक्ट तैयार किया गया था उसके मुताबिक शहर के एमजी रोड क्षेत्र हाईकोर्ट चौराहे से लेकर एयरपोर्ट तक लगभग 8.8 किलोमीटर अंडर ग्राउंड हिस्से में 7 मेट्रो स्टेशन बनाने जाना प्रस्तावित थे। स्टेशन के लिए जो स्थान तय किए गए है उनमेंं रीगल चौराहा, राजवाड़ा, छोटा गणपति, बड़ा गणपति, कालानी चौराहा और बीएसएफ के बीच, रामचन्द्र नगर और एयरपोर्ट शामिल है। प्रत्येक स्टेशन डिजाइन एक समान है, जो डिजाइन तय किया गया है उसके मुताबिक एक अंडर ग्राउंड मेट्रो स्टेशन की लम्बाई 240 मीटर और चौड़ाई 24 मीटर रखी गई है, जबकि इसकी लागत 198 करोड़ रु से 200 करोड़ रुपए आ रही है। शहर के मध्यक्षेत्र वाले 8.8 किलोमीटर के हिस्से में अंडर ग्राउंड मेट्रो चलाने को लेकर उठे विवाद के बाद इस प्रोजेक्ट को होल्ड पर रख दिया गया है।

बढ़ती लागत पर मंथन

इसके बाद नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में बैठक लेकर अंडरग्राउंड मेट्रो के नए रुट बंगाली चौराहे से एयरपोर्ट तक फिर से सर्वे कराने के निर्देश मेट्रो कम्पनी को दिए थे और एक माह में सर्वे मांगी गई थी। इसी बीच मेट्रो एक माह में फिजिबिलिटी सर्वे कर अपनी रिपोर्ट नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई को सौंप दी है। नई सर्वे रिपोर्ट में लागत तीन गुना अधिक बढने के बाद से ही मुख्यमंत्री , नगरीय प्रशासन मंत्री और प्रमुख सचिव के बीच मंथन चल रहा है।

कब होगा फैसला फिलहाल कुछ तय नहीं

मेट्रो कम्पनी के अधिकारियों की तरफ से बंगाली चौराहे से एयरपोर्ट तक की सर्वे रिपोर्ट के बारे में पूछा गया तो उनका कहना है की रिपोर्ट सरकार के पास है। सरकार को फैसला करना है। इसको लेकर बैठक कब होगी फिलहाल इसकी कोई जानकारी उनके पास नहीं है।