यूका के जहरीले waste के विरोध में दो झुलसे

स्वतंत्र समय, पीथमपुर

पीथमपुर में भोपाल की यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के जहरीले कचरे ( waste ) को नष्ट करने का विरोध कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल कर उन्हें खदेड़ा। दरअसल, प्रदर्शनकारियों ने पीथमपुर के गुडलक चौराहे पर चक्काजाम कर दिया है। जिससे हाईवे पर करीब 7 किलोमीटर तक वाहन फंसे हैं। इससे पहले पीथमपुर में ही एक अन्य जगह पर प्रदर्शन के दौरान राजकुमार रघुवंशी नाम के युवक ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। पास ही में खड़ा राजू पटेल नाम का शख्स भी आग की चपेट में आ गया। दोनों को इंदौर में चोइथराम अस्पताल के बर्न यूनिट आईसीयू में भर्ती कराया गया है।

waste को लेकर कई संगठनों ने किया प्रदर्शन

कचरे ( waste ) को लेकर पीथमपुर में मुख्य धरना प्रदर्शन महाराणा प्रताप बस स्टैंड पर किया जा रहा था, जिसमें पीथमपुर बचाओ समिति, पीथमपुर रक्षा मंच, कांग्रेस, भाजपा, राठौर समाज, क्षत्रिय समाज, सेन समाज, आदिवासी समाज, ऑल ट्रेड यूनियन समेत अन्य संगठन शामिल हैं। यहां मौजूद महिलाओं ने चूडिय़ां इक_ा कर जनप्रतिनिधियों को भेजने की बात कही है। इसके अलावा सांवरिया मंदिर, अकोलिया चौराहा, बरदरी चौराहा, छत्रछाया गेट, आजाद चौराहा, गुडलक चौराहा, एबी रोड पर मनाल होटल के सामने स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे थे।

रामकी एनवायरो इंडस्ट्रीज जाने की कोशिश… पुलिस ने रोका

भोपाल के यूनियन कार्बाइड से करीब 337 मीट्रिक टन जहरीला कचरा 10 कंटेनर में भरकर पीथमपुर भेजा गया था। जिसे रामकी एनवायरो इंडस्ट्रीज में जलाया जाना है। कचरे को यहां नष्ट करने का विरोध कर रहे लोगों ने रामकी एनवायरो इंडस्ट्रीज जाने की कोशिश की, पुलिस ने बैरिकेडिंग करके उन्हें रोक लिया है।

धरना स्थल पर पहुंचे एसपी-कलेक्टर…

कलेक्टर प्रियंक मिश्र और एसपी मनोज कुमार सिंह धरना स्थल पर पहुंचे हैं। उन्होंने लोगों को समझाकर प्रदर्शन खत्म करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा गंभीर है। माननीय न्यायालय के निर्देश पर ही कचरा पीथमपुर लाया गया है। मध्य प्रदेश सरकार किसी भी नागरिक की जान खतरे में नहीं डालना चाहती है। कचरा अभी सिर्फ आया है, बिना प्रोसेस के यह नहीं जलाया जाएगा। प्रशासन और नागरिकों में संवाद से ही हल निकलेगा। उधर, याचिकाकर्ता वकील बाबूलाल नागर ने कचरे के दुष्प्रभाव पर मुख्यमंत्री को बहस करने की चुनौती दी। विरोध प्रदर्शन करने वालों में स्थानीय लोगों के साथ भाजपा और कांग्रेस के नेता भी शामिल थे।