स्वतंत्र समय, भोपाल
केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक ( Virendra Khatik ) के खिलाफ दो दिन में पार्टी के दो विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है। भारतीय जनता पार्टी में सांसद और विधायकों के बीच टकराव के नजारे बढ़ने लगे हैं। विंध्य में सांसद और विधायक के बीच चल रही तनातनी भाजपा शांत भी नहीं करा पाई थी कि अब बुंदेलखंड में भी कुछ ऐसा ही विवाद गहरा गया है। विधायकों ने अपने सांसद केंद्रीय मंत्री पर विरोधियों और अपराधियों को बढ़ावा देने के आरोप मढ़े हैं।
छतरपुर विधायक का आरोप Virendra Khatik सारे विधायक परेशान
केंद्रीय मंत्री ( Virendra Khatik ) ने भी विधायकों को परिणाम भुगतने की चुनौती दे डाली। दूसरी तरफ संगठन इन विवादों से खुद को दूर रखे हुए है। ललिता यादव ने भी खटीक पर गुटबाजी फैलाने, विरोधियों व अपराधियों को बढ़ावा देने की बात खुलकर कही है। छतरपुर विधायक का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री खटीक से पार्टी के सारे विधायक परेशान है। खटीक किसी को काम नहीं करने दे रहे। इसी बात से नाराज पूर्व मंत्री यादव ने सांसद खटीक द्वारा ली जा रही सदस्यता अभियान की बैठक का भी बहिष्कार कर दिया। उनका कहना है कि पार्टी सब देख रही है, जब हमसे जानकारी मांगी जाएगी तो हम सब कुछ खुलकर बता देंगे।
खटीक के खिलाफ भाजपा में ही लामबंदी
सांसद खटीक और विधायकों के बीच टकराव अब सीधे-सीधे लामबंदी तक पहुंच गया है। खटीक ने दोनों जिलों में सौ से ज्यादा सांसद प्रतिनिधि बनाए हैं। हर विभाग के लिए एक सांसद प्रतिनिधि बनाया गया है। दोनों भाजपा विधायकों ने इनमें से कई को कांग्रेस का एजेंट, अपराधी बताया है। इनको लेकर अब क्षेत्र में सांसद के खिलाफ लामबंदी तेज हो गई है। पूर्व मंत्री सिंह के साथ बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के लाल दीवान भी सर्किट हाउस पहुंचे थे और उन्होंने सांसद प्रतिनिधियों पर दर्ज मुकदमे गिनाते हुए बताया था कि उन्होंने पीएम को भी शिकायत भेजी है।
खटीक ने दी सीधी चुनौती
अपने ऊपर लग आरोपों को लेकर केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक ने विधायक यादव व पूर्व मंत्री मानवेंद्र को सीधी चुनौती दी है। उन्होंने कहाकि मुझे छेड़ा है तो परिणाम भुगतने को तैयार रहें। खटीक का कहना है कि अवैध कामों पर रोक लगने से दोनों बौखला गए हैं।
ये बोले थे पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह
इस टकराव की शुरूआत शनिवार को हुई थी, जब भाजपा नेता पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह सर्किट हाउस में एक प्रेस वार्ता कर केंद्रीय मंत्री खटीक पर अपरािधयों को सांसद प्रतिनिधि बनाने का सीधा आरोप लगाया था। मानवेंद्र की नाराजगी इस बात को लेकर थी कि विधानसभा चुनाव में जिन लोगों ने पार्टी प्रत्याशी यानी मानवेंद्र के विधायक पुत्र कमाख्या प्रताप ङ्क्षसह के खिलाफ काम किया था, उन्हें भी केंद्रीय मंत्री ने अपना सांसद प्रतिनिधि बना दिया है। पूर्व मंत्री ने अपने सांसद पर क्षेत्र में गुटबाजी फैलाकर विधायक को काम न करने देने का भी आरोप लगाया था। मानवेंद्र का सीधा आरोप था कि खटीक की शह पर ये लोग मेरे विधायक बेटे के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं और विकास कार्यों में बाधा खड़ी कर रहे हैं।