वेंकटेश अय्यर बने MP वनडे कप्तान, पाटीदार-आवेश बाहर, विजय हजारे 24 दिसंबर से

विजय हजारे ट्रॉफी 2024–25 के लिए मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने वनडे टीम की घोषणा कर दी है। इंदौर के बाएं हाथ के ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर को पहली बार मध्य प्रदेश की वनडे टीम की कमान सौंपी गई है। टूर्नामेंट अहमदाबाद में 24 दिसंबर से 8 जनवरी तक खेला जाएगा और इसी के साथ एमपी अपने नए कप्तान के नेतृत्व में मैदान पर उतरेगा।

टीम को हालाकि इस बार दो बड़े नामों की कमी खलेगी। घुटने की चोट से जूझ रहे रजत पाटीदार और तेज गेंदबाज आवेश खान फिटनेस कारणों से चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहे। दोनों ही सीमित ओवरों में मध्य प्रदेश के अहम स्तंभ माने जाते हैं और हाल के वर्षों में टीम की कई जीतों में उनकी सीधी भूमिका रही है।

विजय हजारे के लिए एमपी की कमान वेंकटेश के हाथ में

एमपीसीए के सचिव सुधीर असनानी के अनुसार, चयनकर्ताओं ने वनडे टीम की कप्तानी वेंकटेश अय्यर को सौंपने का फैसला किया है। इससे पहले वे सीमित ओवरों की टीम में उपकप्तान की जिम्मेदारी निभा रहे थे। हाल ही में सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी में रजत पाटीदार ने मध्य प्रदेश की कप्तानी की थी और वेंकटेश उनकी टीम में सीनियर खिलाड़ी के रूप में खेले थे। अब वनडे फॉर्मेट में वही नेतृत्व की भूमिका संभालेंगे।

टूर्नामेंट अहमदाबाद में आयोजित हो रहा है, जहां सभी टीमों के लीग और नॉकआउट मुकाबले 24 दिसंबर से 8 जनवरी के बीच खेले जाएंगे। मध्य प्रदेश की कोशिश रहेगी कि नए कप्तान के साथ स्थिर संयोजन तैयार करके नॉकआउट चरण तक पहुंचा जाए, खासकर तब जब दो अनुभवी खिलाड़ी टीम से बाहर हैं।

सैयद मुश्ताक अली में बल्ले से औसत प्रदर्शन

कप्तानी की जिम्मेदारी मिलने के बावजूद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में वेंकटेश अय्यर की हाल की फॉर्म उतनी प्रभावशाली नहीं रही। उन्होंने इस टी-20 टूर्नामेंट में मध्य प्रदेश के लिए 9 मैच खेले और सिर्फ 141 रन बना सके। उनके बल्ले से केवल एक अर्धशतक निकला, जब 28 नवंबर को कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर बिहार के खिलाफ उन्होंने नाबाद 55 रन की पारी खेली।

इस पारी के बाद उनका सर्वोच्च स्कोर 23 रन रहा और चार पारियों में वे दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके। बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी में भी वे औसत दिखे, हालांकि कुछ झलकियां सकारात्मक रहीं। पूरे टूर्नामेंट में वेंकटेश ने कुल 6 विकेट अपने नाम किए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 14 दिसंबर को पुणे में झारखंड के खिलाफ सुपर लीग मुकाबले में आया, जहां उन्होंने 17 रन देकर 3 विकेट लिए।

वनडे फॉर्मेट में उनसे उम्मीद रहेगी कि वे अपनी ऑलराउंड क्षमताओं का बेहतर उपयोग करें। पचास ओवर के खेल में उन्हें लंबी पारी खेलने और बीच के ओवरों में उपयोगी स्पेल फेंकने का मौका मिलेगा, जो उनके लिए फॉर्म वापस पाने का महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है।

रजत पाटीदार की चोट और लंबी पारी की लय

मध्य क्रम के भरोसेमंद बल्लेबाज रजत पाटीदार वर्तमान में घुटने की चोट से उबर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ पहले अनौपचारिक टेस्ट में भारत ए के लिए खेलने के बाद से उन्हें घुटने में दर्द बना हुआ है। यही दर्द उन्हें 15 अक्टूबर को पंजाब के खिलाफ मध्य प्रदेश के पहले रणजी मैच के दौरान भी महसूस हुआ था। इसके बाद वे रणजी ट्रॉफी के कुछ मुकाबलों से बाहर रहे।

चोट से पहले रजत शानदार लय में थे। उन्होंने इस रणजी सीजन की शुरुआत पंजाब के खिलाफ दोहरा शतक लगाकर की थी, जिससे टीम को मजबूत शुरुआत मिली। इसके अलावा दलीप ट्रॉफी में सेंट्रल जोन के कप्तान के रूप में उन्होंने खिताबी अभियान के दौरान दो शतक और दो अर्धशतक जड़े थे। इस प्रदर्शन के चलते उनसे विजय हजारे ट्रॉफी में भी बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन चोट के कारण उन्हें आराम देना पड़ा है।

एमपीसीए की ओर से संकेत दिए गए हैं कि पाटीदार और आवेश खान दोनों की रिकवरी पर करीबी नजर रखी जा रही है। माना जा रहा है कि उपचार और रिहैब के बाद वे इंडियन प्रीमियर लीग तक पूरी तरह फिट हो सकते हैं, हालांकि अंतिम फैसला मेडिकल टीम की सलाह के आधार पर ही लिया जाएगा।

आईपीएल 2026 मिनी ऑक्शन में वेंकटेश के दाम गिरे

विजय हजारे ट्रॉफी से ठीक पहले वेंकटेश अय्यर आईपीएल 2026 के मिनी ऑक्शन को लेकर भी चर्चा में रहे। इंदौर के इस ऑलराउंडर पर सभी की निगाहें थीं, क्योंकि उम्मीद की जा रही थी कि पिछले सीजन से भी अधिक रकम पर उन्हें खरीदा जाएगा। लेकिन नीलामी में उन्हें केवल 7 करोड़ रुपये की बोली मिली और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने उन्हें अपने साथ जोड़ा। उनका बेस प्राइस 2 करोड़ रुपये तय था।

पिछले चक्र में आईपीएल 2024 के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स ने वेंकटेश अय्यर को 23.75 करोड़ रुपये में खरीदा था और अगले सीजन में फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिटेन भी किया था। हालांकि पिछले सीजन में उनका प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा; उन्होंने 11 मैचों में मात्र 142 रन बनाए। नई नीलामी में कीमत घटने के पीछे उनकी हालिया फॉर्म को भी एक कारण माना जा रहा है।

RCB की प्लेइंग इलेवन में स्थान को लेकर चुनौती

आरसीबी की मौजूदा टीम संरचना को देखते हुए वेंकटेश अय्यर को अंतिम एकादश में फिट करना आसान नहीं होगा। बैंगलोर के पास विराट कोहली और फिल साल्ट के रूप में एक सुसंगत ओपनिंग जोड़ी है। तीसरे नंबर पर देवदत्त पडिक्कल और चौथे पर रजत पाटीदार को प्राथमिक विकल्प माना जा रहा है।

वेंकटेश आम तौर पर टॉप-3 में बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं। उन्हें खेलाने का मतलब होगा कि या तो बल्लेबाजी क्रम में फेरबदल करना होगा या फिर किसी स्थापित बल्लेबाज, जैसे पडिक्कल, को बाहर बैठना पड़ सकता है। यह संतुलन तय करना टीम प्रबंधन के लिए एक अहम चयनगत फैसला होगा, खासकर तब जब वेंकटेश को ऑलराउंड विकल्प के तौर पर भी देखा जा रहा है।

पहली बार कोलकाता से बाहर, आईपीएल में नया अध्याय

वेंकटेश अय्यर पहली बार आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के अलावा किसी दूसरी टीम के लिए खेलते नजर आएंगे। उन्होंने अपना आईपीएल करियर 2021 में केकेआर से शुरू किया था और पहला ही सीजन बेहद उल्लेखनीय रहा। उस वर्ष उन्होंने 10 मैचों में 370 रन बनाए, जिसमें चार अर्धशतक शामिल थे और वे टीम के लिए शीर्ष क्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर सुर्खियों में आए।

इसके बाद 2022 सीजन में वेंकटेश 12 मैचों में 182 रन ही बना सके। 2023 में उन्होंने 14 मैचों में 404 रन जोड़े, जिसमें दो अर्धशतक और एक शतक शामिल रहा। 2024 में उन्होंने 15 मुकाबलों में 370 रन बनाकर कोलकाता को खिताब दिलाने में अहम योगदान दिया और चार अर्धशतक उनके बल्ले से निकले।

अब तक के आईपीएल करियर में वेंकटेश अय्यर 62 मैच खेल चुके हैं और 1468 रन बना चुके हैं। उनके नाम एक शतक और 12 अर्धशतक दर्ज हैं। आरसीबी के साथ नया चरण शुरू करते हुए वे घरेलू क्रिकेट में, खासकर विजय हजारे ट्रॉफी में, मजबूत प्रदर्शन के जरिए अपनी उपयोगिता साबित करना चाहेंगे।

एमपी वनडे टीम की पूरी सूची

मध्य प्रदेश ने विजय हजारे ट्रॉफी के लिए 17 सदस्यीय दल घोषित किया है। टीम इस प्रकार है: वेंकटेश अय्यर (कप्तान), हर्ष गवली, हिमांशु मंत्री (विकेटकीपर), यश दुबे, शुभम शर्मा, हरप्रीत सिंह भाटिया, ऋषभ चौहान, ऋतिक टाडा, कुमार कार्तिकेय सिंह, सारांश जैन, शिवांग कुमार, आर्यन पांडे, राहुल बाथम, त्रिपुरेश सिंह, मंगेश यादव और माधव तिवारी।

मध्य प्रदेश के लिए यह टूर्नामेंट नए कप्तान, बदली हुई टीम संरचना और प्रमुख खिलाड़ियों की गैरहाज़िरी के बीच खुद को साबित करने का अवसर होगा। प्रबंधन की नजरें इस बात पर होंगी कि वेंकटेश अय्यर कैसे अपनी ऑलराउंड क्षमता और अनुभव के साथ टीम को संतुलित प्रदर्शन की ओर ले जाते हैं।