उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा, 2022 में संभाला था पदभार

देश के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे के पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। धनखड़ ने वर्ष 2022 में उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। 6 अगस्त 2022 को हुए चुनाव में उन्होंने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराकर यह पद हासिल किया था। इस चुनाव में उन्हें कुल 528 मत मिले थे, जबकि अल्वा को 182 वोट प्राप्त हुए थे। कुल 725 सांसदों ने वोट डाले थे, जिसमें धनखड़ ने भारी बहुमत से जीत दर्ज की थी।

राजस्थान के झुंझुनू जिले में 18 मई 1951 को एक सामान्य किसान परिवार में जन्मे जगदीप धनखड़ ने अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव में ही पूरी की। इसके बाद उनका चयन सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ में हुआ। पढ़ाई के दौरान ही उनका सिलेक्शन नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में भी हो गया था, लेकिन उन्होंने वहां जाने के बजाय पढ़ाई जारी रखी। उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और फिर LLB की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद जयपुर में रहकर उन्होंने वकालत के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत की।

राजनीतिक सफर की शुरुआत 

जगदीप धनखड़ ने 1989 में झुंझुनू से लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद में कदम रखा। वे वी. पी. सिंह और चंद्रशेखर की सरकारों में 1989 से 1991 तक केंद्रीय मंत्री भी रहे। इसके वर्षों बाद, उन्हें 30 जुलाई 2019 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पश्चिम बंगाल का 28वां राज्यपाल नियुक्त किया गया। वे इस पद पर रहते हुए कई महत्वपूर्ण और संवेदनशील विषयों को संभाल चुके हैं।