हरदा पटाखा फैक्ट्री से पीड़ितों ने लगाई न्याय की गुहार, प्रशासन ने रोकी न्याय यात्रा

हरदा जिलें में हुए पटाखा फैक्ट्री ब्लॉस्ट के पीड़ित परिवार मुआवजे और पुनर्वास की मांग को लेकर अब तक भटक रहे है। हादसें के बाद सीएम ने तुरंत मुआवजा देने का आदेश दिए थे। लेकिन हरदा पटाखा फैक्ट्री के पीड़ितों को 9 माह बाद भी न्याय नहीं मिला। जिसकों लेकर पीड़ितों ने न्याय के लिए पदयात्रा निकाली। हरदा से भोपाल सीएम निवास तक निकाली जाने वाली पदयात्रा को पुलिस और प्रशासन ने भोपाल पहुंचने से पहले ही सीहोर में रोक कर दिया है।

ब्लॉस्ट के दर्द पर सिर्फ आश्वासन का मरहम

हरदा से भोपाल तक पदयात्रा निकाल रहे पीड़ितों को प्रशासन के द्वारा सीहोर में रोक दिया गया। इसके बाद पीड़ितो में असंतोष व्याप्त हो गया है। पीड़ितों ने सीहोर जिले की सीमा पर ही डेरा लगा दिया है। जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा वह वापस नहीं लौटेगें। कलेक्टर-एसपी ने उनकी हर मांग पूरी करने का आश्वसन दिया, लेकिन पीड़ित भोपाल जाने की बात पर अड़े रहे।

मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं पीड़ित

पीड़ित परिवारों ने कहा कि हम भोपाल जाकर मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं। वह वापस लौटने को तैयार नहीं हैं। गोपालपुर गांव के पास प्रशासन और पदयात्रियों के बीच करीब 2 घंटे चर्चा हुई लेकिन पीड़ितों ने यात्रा रोकने से इंकार कर दिया। पदयात्रा में शामिल देवी सिंह राजपूत ने कहा कि पटाखा फैक्ट्री के मालिक राजेश उर्फ राजू अग्रवाल को कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी है। लेकिन वह मुआवजे के लिए अब तक भटक रहे है।

कई किलोमीटर दूर तक हुई थी ब्लॉस्ट की गूंज

हरदा पटाखा फैक्ट्री में हुआ ब्लास्ट इतना भयानक था कि पटाखा फेक्ट्री में हुए ब्लास्ट की गूंज कई किलोमीटर दूर तक हुई थी और इस दौरान धऱती के कांपने से कई किलोमीटर तक के घरों में दरारें आ गई थी। इस दर्दनाक हादसें में कई लोग घायल हुए थे। घटना स्थल पर दर्जनों लोगों के मकान ढह गए थे। लेकिन 9 माह बाद भी पीड़ित परिवारों को न्याय नही मिला। जिससे भाजपा सरकार पर भी प्रश्न चिन्ह लगने लगे है।

वहीं जहां विपक्ष ने अब तक इस मुद्दे को नहीं उठाया है तो वहीं पीड़ितो ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से गुहार लगाने के लिए हरदा से भोपाल तक न्याय यात्रा निकाल कर न्याय की गुहार लगाना शुरू कर दी है।