नितिन खातरकर/आमला-अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई आमला द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की जयंती मनाई गई सर्वप्रथम डॉ भीमराव अंबेडकर शासकीय महाविद्यालय आमला में सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जयंती मनाई।
नगर अध्यक्ष छोटेलाल बामने ने बताया कि 23 जनवरी को देश पराक्रम दिवस के तौर पर मना रहा है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने जितनी बहादुरी और जिस अंदाज से ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आजादी की लड़ाई लड़ी, उसे हर भारतीय याद करता है। यही वजह है कि भारत सरकार ने उनके जन्मदिन को पराक्रम दिवस घोषित कर रखा है। उन्हें अपने दमदार और करिश्माई नेतृत्व से युवाओं को स्वतंत्रता संग्राम में कूदने के लिए प्रेरित किया। वे भारत माता के एक सच्चे और बहादुर पुत्र थे, जो सैन्य विद्रोह के माध्यम से ब्रिटिश शासन को भारत से जड़ से उखाड़ कर फेंक देना चाहते थे। के दिए ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा….!’ व ‘जय हिन्द’ जैसे नारे आज भी युवाओं के दिलों और माहौल को देशभक्ति से भर देते हैं।
वही दूसरा कार्यक्रम सी एम राइस स्कूल में छात्र छात्राओं को सुभाष चंद्र बोस जी के जीवन परिचय एवं किए गए स्वतंत्रता हेतु कार्य के बारे में जिला एस एस एस प्रमुख श्रेयस वानखेडे ने बताया की नेताजी की जीवनी, उनके विचार और उनका कठोर त्याग आज के युवाओं के लिए बेहद प्रेरणादायक है। सुभाष चंद्र बोस की जयंती पराक्रम दिवस के मौके पर इस कार्यक्रम में नगर मंत्री रोशन मेहरा ,नगर अध्यक्ष छोटेलाल बामने ,नगर उपाध्यक्ष शिवम कौशल उमेश मालवीय हरिप्रसाद कचाहे एवं कॉलेज के छात्र छात्राएं एवं स्कूल के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में संपन्न हुआ