Virat Kohli ने संन्यास के फैसले पर तोड़ी चुप्पी, कहा- मैंने अभी-अभी दाढ़ी का रंग बदला है…

Virat Kohli: भारतीय क्रिकेट के महानतम टेस्ट बल्लेबाज़ों में शुमार विराट कोहली ने मई 2025 में अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी को हैरान कर दिया था। बिना किसी संकेत के उन्होंने सोशल मीडिया पर एक छोटा-सा संदेश जारी कर इस फॉर्मेट को अलविदा कह दिया। हालांकि, तब उन्होंने संन्यास के पीछे की कोई वजह नहीं बताई थी।

अब लगभग दो महीने बाद, लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम में कोहली ने पहली बार इस फैसले पर चुप्पी तोड़ी है। यह कार्यक्रम उनके पूर्व साथी युवराज सिंह द्वारा YouWeCan Foundation के लिए आयोजित एक चैरिटी डिनर था, जिसमें दुनियाभर के मौजूदा और पूर्व क्रिकेटर शामिल हुए।

“जब हर चार दिन में दाढ़ी रंगनी पड़े…”, बोले Virat Kohli

कोहली ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा, “मैंने दो दिन पहले ही अपनी दाढ़ी का रंग बदला है। जब हर चार दिन में दाढ़ी कलर करनी पड़े, तो समझ लो वक्त आ गया है…”

हालांकि यह बयान मज़ाकिया था, लेकिन इसमें छिपी गहराई ने यह संकेत दिया कि उम्र और शरीर की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यह बड़ा निर्णय लिया।

Virat Kohli का टेस्ट करियर: आंकड़ों में बेमिसाल

36 वर्षीय विराट कोहली का टेस्ट करियर बेहद शानदार रहा है:

मैच: 123

पारी: 210

रन: 9230

औसत: 46.85

शतक: 30

अर्धशतक: 31

कोहली ने भारत के लिए 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की, जिनमें से 40 में जीत दिलाई – यह भारत के लिए टेस्ट इतिहास में अब तक का सबसे सफल नेतृत्व है। उनका जीत प्रतिशत 58.82% रहा, जो 50 या उससे अधिक टेस्ट में कप्तानी करने वालों में तीसरा सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा है।

Virat Kohli: IPL में भी मिली बड़ी सफलता

कोहली ने इसी साल रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को उनकी पहली आईपीएल ट्रॉफी जिताकर अपने करियर का एक और सपना पूरा किया। 2008 से RCB का हिस्सा रहे कोहली इस जीत के बाद भावुक हो गए थे।

मजेदार बात यह रही कि इसके बावजूद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को “आईपीएल से पांच स्तर ऊपर” बताया था। यह बयान उनकी लाल गेंद क्रिकेट के प्रति दीवानगी को दर्शाता है।

भविष्य में क्या करेंगे Virat Kohli

कोहली पहले ही टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले चुके हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे वनडे क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करते रहेंगे।

उनके संन्यास के बाद भारतीय टेस्ट टीम को एक बड़ा शून्य भरना होगा, खासकर उस खिलाड़ी की कमी जो विदेशों में भी मुश्किल परिस्थितियों में रन बनाता रहा है और अपनी आक्रामक कप्तानी से टीम को नयी ऊंचाइयों पर ले गया।