मंत्रियों को चेतावनी, आचरण ठीक रखेंगे तभी बचेगा पद

स्वतंत्र समय, भोपाल

अभी तक बंगलों और स्टाफ की चिंता में डूबे मोहन के कैबिनेट को शनिवार को चेतावनी भरे अंदाज में साफ संदेश दे दिया गया है कि मंत्री तो बन गए हैं, लेकिन आचरण ठीक रखने तक ही पद बचा रहेगा वर्ना कभी भी कुर्सी गंवानी पड़ सकती है। यह हिदायत भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने सीएम डॉ मोहन यादव के मंत्रियों को दी है। संतोष ने कहा कि वे अपने आचरण और व्यवहार पर विशेष ध्यान दें, मंत्री बनना कोई उपलब्धि नहीं है, बल्कि आपका आचरण और व्यवहार कैसा है, यह ज्यादा महत्वपूर्ण है। इसलिए आप किन लोगों (स्टाफ) को साथ लेकर चल रहे हैं, किनसे मिल जुल रहे हैं। इसमें सावधानी रखना जरूरी है, वरना मंत्री पद कब चला जाएगा, पता ही नहीं चलेगा। समाज और कार्यकर्ता आपके आचरण को बहुत बारीकी से देखता है, इसलिए व्यवहार पारदर्शी होना चाहिए। संतोष शनिवार को अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में मध्य प्रदेश लीडरशिप समिट में मंत्रिपरिषद के दो दिवसीय प्रशिक्षण और ओरिएंटेशन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

शासन की बारीकियां सीखने का मौका: यादव

मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश लीडरशिप समिट से शासन में कुशलता और दक्षता आएगी। यह मंत्रिपरिषद की नेतृत्व क्षमता को विकसित करने वाला प्रबोधन कार्यक्रम है। प्रशिक्षण से शासन की बारीकियां सीखने का अवसर मिलेगा, जिससे प्रशासन में कसावट आएगी और इसका सीधा लाभ मंत्रिपरिषद के निर्णयों के माध्यम से प्रदेश की जनता को मिलेगा। प्रशिक्षण से मंत्रिपरिषद के सदस्यों को भारत सरकार के मंत्रालयों और राज्य सरकार के विभागों के साथ तालमेल और समन्वय को सीखने का अवसर मिलेगा। वरिष्ठ जन-प्रतिनिधि और नीति आयोग के विशेषज्ञों के संबोधन से मंत्रिपरिषद का आत्मविश्वास बढ़ेगा। इससे न सिर्फ शासन में बल्कि व्यक्तिगत जीवन को भी अनुशासित और सफल बनाने में मदद मिलेगी। मध्य प्रदेश लीडरशिप समिट के पहले दिन रामभाऊ प्रबोधनी संस्थान के कार्यकारी संचालक डा. जयंत कुलकर्णी ने प्रशिक्षण की रूपरेखा और आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला। भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, राष्ट्रीय संगठक व्ही. सतीश, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने शासन में नेतृत्व और कुशलता पर विचार रखें।

आज समापन, वरिष्ठ मंत्री सिखाएंगे विभाग चलाने के गुर

रविवार को समिट के समापन में वरिष्ठ मंत्री, नए मंत्रियों को अपने कार्यानुभव से विभागों के संचालन का गुर सिखाएंगे। लीडरशिप समिट के दूसरे दिन सुबह 10 बजे से शाम 7.30 बजे तक सत्र होंगे। इनमें विधायी कार्य-प्रणाली’, अवसर एवं चुनौतियां’, आकांक्षाएं एवं संकल्प-भारत सरकार की अहम पहल एवं प्रौद्योगिकी एवं सुशासन पर सत्रों का आयोजन होगा। इन सत्रों को विस अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास व श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, श्वेता सिंह, डा. विनय सहस्रबुद्धे, नगरीय आवास एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय संबोधित करेंगे।