Wayanad By Election Result 2024: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में प्रियंका गांधी ने शानदार जीत हासिल की है। 23 नवंबर को हुए इस उपचुनाव ने साबित कर दिया कि वायनाड कांग्रेस का गढ़ बन चुका है, जिसे किसी भी पार्टी के लिए हिलाना मुश्किल है।
प्रियंका गांधी की प्रचंड जीत: 6.22 लाख वोट से बनीं विजेता
चुनाव आयोग के अनुसार, प्रियंका गांधी को वायनाड उपचुनाव में 6,22,338 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी, सीपीआई के उम्मीदवार सत्यन मोकेरी को 2,11,407 वोट मिले। इस बार बीजेपी की उम्मीदवार नव्या हरिदास तीसरे स्थान पर रही, उन्हें कुल 1,09,939 वोट मिले। प्रियंका गांधी ने सीपीआई को 4,10,931 वोटों के विशाल अंतर से हराकर वायनाड में अपनी जीत का परचम लहराया।
राहुल गांधी का इस्तीफा, प्रियंका का पहली बार चुनावी मैदान में उतरना
राहुल गांधी ने अपनी सदस्यता उत्तर प्रदेश की राय बरेली सीट से बनाए रखते हुए वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उनकी बहन प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर अपनी किस्मत आजमाई। यह उनके लिए पहला चुनाव था और उन्होंने इसे शानदार तरीके से जीता। इससे पहले राहुल गांधी ने वायनाड से 2024 के आम चुनावों में जीत दर्ज की थी।
वायनाड सीट कांग्रेस के लिए हमेशा से अहम रही है। 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड से चुनाव लड़ा था और शानदार जीत हासिल की थी। उन्हें कुल 6,47,445 वोट मिले थे, जो 64.94% वोट थे। उनके प्रतिद्वंदी, सीपीएम के एनी राजा को 2,83,023 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के सुरेंद्रन को केवल 1,41,045 वोट ही मिल पाए थे।
इस बार कुल 16 उम्मीदवार मैदान में थे
वायनाड उपचुनाव में कुल 16 उम्मीदवारों ने चुनावी मैदान में किस्मत आजमाई थी। प्रियंका गांधी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की उम्मीदवार थीं, जबकि सीपीआई ने वाम लोकतांत्रिक मोर्चा की ओर से सत्यन मोकेरी को मैदान में उतारा था। बीजेपी ने एनडीए गठबंधन के तहत नव्या हरिदास पर दांव लगाया था।
2009 और 2014 में भी कांग्रेस का गढ़ बनी थी वायनाड
वायनाड सीट पर कांग्रेस का दबदबा लंबे समय से रहा है। 2009 और 2014 में भी दिवंगत कांग्रेस नेता एमआई शनावास ने इस सीट से जीत हासिल की थी। 2018 में उनके निधन के बाद, राहुल गांधी ने 2019 में इस सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी।