स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
कांग्रेस( Congress ) के शीर्ष नेताओं, मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने गुरुवार को दिल्ली में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। खडग़े ने कहा कि भाजपा ने गलत तरीके से चंदा लेकर अपनी झोली भर ली और कांग्रेस के खाते फ्रीज करवा दिए। अब कांग्रेस के सामने चुनाव लडऩे का संकट पैदा हो गया है। इस बीच, मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। कांग्रेस ने अकाउंट फ्रीज के इनकम टैक्स के फैसलों को चुनौती दी है।
Congress ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ( Congress ) ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज किए जाने के मुद्दे पर केंद्र सरकार, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और चुनावी चंदों के मुद्दों पर घेरा। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, पूर्व अध्यक्ष सोनिया और राहुल गांधी भी मौजूद थे। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हमारे सभी बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। हम कोई प्रचार नहीं कर सकते, हम अपने कार्यकर्ताओं का समर्थन नहीं कर सकते, हम अपने उम्मीदवारों का समर्थन नहीं कर सकते। हमारे लोग हवाई जहाज तो छोडि़ए, रेलवे की यात्रा के लिए भी टिकट नहीं खरीद सकते। यह चुनाव से दो महीने पहले किया गया। एक नोटिस 90 के दशक से आया, दूसरा 6-7 साल पहले, कुल राशि 14 लाख रुपए और सजा हमारी पूरी वित्तीय पहचान। चुनाव आयोग ने भी कुछ नहीं कहा। यहां कोई लोकतंत्र नहीं है। पहले से ही चुनाव लडऩे की हमारी क्षमता को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। हम पहले ही एक महीना खो चुके हैं।
Congress को निशाना बनाए जाने की कार्रवाई
राहुल ने कहा कि यह कांग्रेस ( Congress ) पार्टी को निशाना बनाए जाने की कार्रवाई है। ऐसा प्रधानमंत्री और गृह मंत्री कर रहे हैं। आज भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है। भारत के 20 प्रतिशत लोग हमारे लिए वोट करते हैं और फिलहाल हम किसी भी चीज के लिए 2 रुपए का भुगतान नहीं कर सकते। यह चुनाव में हमें पंगु बनाने के लिए रचा गया षड्यंत्र है। कांग्रेस अध्यक्ष खडग़े ने कहा कि भाजपा के चंदे के खेल ने देश की छवि को ठेस पहुंचाई है। स्वस्थ लोकतंत्र पर प्रश्न उठा है। सर्वोच्च अदालत ने जिस चंदा बॉन्ड को गैर कानूनी कहा, भाजपा सरकार ने उसी के जरिए अपना खजाना भर लिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने चुनावी चंदा बॉन्ड से 56 प्रतिशत पैसे हासिल किए हैं। कांग्रेस को 11 प्रतिशत मिले हैं। चंदे ३के अलावा उनके पास नकदी भी आती होगी, जिसका कोई खाता ही नहीं है। हिंदुस्तान की 70 वर्ष की लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसा कभी नहीं हुआ। आज अधिकांश राज्यों में भाजपा के फाइव स्टार दफ्तर हैं। बतौर खडग़े, मैं कहना नहीं चाहता कि भाजपा ने कंपनियों से किस तरह पैसा लिया है। खैर जो भी हो, बहुत जल्द अहम तथ्य देश के सामने आएंगे।
कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश: सोनिया
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का असर सिर्फ कांग्रेस पर ही नहीं पड़ रहा है, बल्कि इसका असर हमारे लोकतंत्र को भी मौलिक रूप से पड़ता है। प्रधानमंत्री कांग्रेस को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं। पार्टी के खाते में जनता से इक_ा किया गया पैसा है। हमारे खातों से पैसे जबरदस्ती छीने जा रहे हैं। हालांकि, इन सब चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी हम अपने चुनाव अभियान को जोर-शोर से आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। एक तरफ चुनावी बॉन्ड का मुद्दा है, जिसे सुप्रीम कोर्ट असंवैधानिक करार दे चुका है। चुनावी बॉन्ड से भाजपा को भारी लाभ हुआ। दूसरी ओर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस की वित्तीय स्थिति को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है।
कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा का पलटवार, हार से बचने का बहाना…
कांग्रेस के बैंक खाते सीज करने के आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में हार को भांपते हुए हताश होकर बहाना बनाने का प्रयास किया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस के आरोपों को हास्यपूर्ण बताकर खारिज कर दिया और कहा कि पार्टी अपने शासन के दौरान हुए ‘सभी घोटालों’ से मिले धन का इस्तेमाल चुनाव प्रचार में कर सकती है। भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर मुद्दे पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और सोनिया गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दोनों ने अपनी गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों से वैश्विक स्तर पर भारतीय लोकतंत्र को शर्मसार किया है। कांग्रेस ने समय पर आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया, जिसके कारण उनके खाते फ्रीज कर दिए गए।