FTA: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने रविवार को स्पष्ट रूप से कहा कि भारत भविष्य के सभी व्यापार समझौतों में आत्मविश्वास और ताकत के साथ बातचीत करेगा। यह बयान भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर के कुछ ही दिन बाद आया है।
गोयल ने कहा, “भारत आज आत्मविश्वास और सामर्थ्य की स्थिति से बातचीत करता है। यही विश्वास हमें लगातार अच्छे मुक्त व्यापार समझौते करने के लिए प्रेरित करता है।”
भारत और ब्रिटेन के बीच इस व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (Comprehensive Economic and Trade Agreement) पर गुरुवार को हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की उपस्थिति में पियूष गोयल और यूके के व्यापार सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स ने इस ऐतिहासिक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों ने इसे द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जाने वाला कदम बताया है।
भारत के हितों को प्राथमिकता
पियूष गोयल ने इस समझौते को “गेम-चेंजर” करार देते हुए कहा कि इससे किसानों, युवाओं, एमएसएमई सेक्टर और विभिन्न उद्योगों को व्यापक लाभ मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस समझौते के तहत भारत के 99 प्रतिशत निर्यात अब ब्रिटेन को शून्य शुल्क (duty-free) के साथ होंगे।
मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यह समझौता भारत की शर्तों पर और पूर्ण आत्मविश्वास के साथ किया गया है। कृषि और एथेनॉल जैसे संवेदनशील क्षेत्रों की विशेष सुरक्षा सुनिश्चित की गई है।
भविष्य की रणनीति स्पष्ट
आने वाले समय में भारत अन्य देशों जैसे न्यूज़ीलैंड, ओमान, अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ भी इसी सोच-विचार और विश्वास के साथ व्यापार समझौते करेगा। गोयल ने कहा, “भविष्य में भी हमारी रणनीति स्पष्ट और सोच-समझकर बनाई जाएगी, ताकि देश के व्यापक हितों की रक्षा की जा सके।”
हालांकि अमेरिका के साथ लंबे समय से लंबित FTA पर कोई ठोस समयसीमा नहीं बताई गई, फिर भी गोयल ने आशा जताई कि आने वाले समय में इस दिशा में भी सकारात्मक प्रगति हो सकती है। बीबीसी को दिए एक हालिया साक्षात्कार में भी उन्होंने भारत के मजबूत और आत्मनिर्भर रुख को दोहराया।