मध्य प्रदेश में मौसम ने ली ठंड की करवट, ग्वालियर-चंबल में कोहरा, इन 15 जिलों में बारिश के आसार, अलर्ट हुआ जारी

मध्य प्रदेश में अब बारिश और आंधी के दौर के बाद ठंड ने दस्तक दे दी है। खासतौर पर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में मौसम का मिजाज तेजी से बदला है। यहां रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई और पारा 18 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। सुबह के समय कोहरे की चादर छाई रही, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई। वहीं दिन के दौरान धूप तो निकली, लेकिन उसमें गर्माहट कम रही। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों तक प्रदेश में हल्की बारिश, बादल और ठंडी हवाओं का दौर जारी रहेगा।

ग्वालियर-चंबल में घना कोहरा, तापमान में गिरावट

मंगलवार को ग्वालियर, मुरैना और भिंड जैसे जिलों में सुबह घना कोहरा देखने को मिला। रात का तापमान सामान्य से नीचे रहा और लोगों को ठंड का अहसास हुआ। दिन में भी धूप हल्की रही और तापमान 29 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को भी इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना है। वहीं जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल और शहडोल संभागों में हल्की बारिश और बादल छाए रहेंगे।

साइक्लोनिक सर्कुलेशन और पश्चिमी विक्षोभ से बदल रहा मौसम

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, फिलहाल प्रदेश के ऊपर एक सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसके कारण कई जिलों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो रहा है, जो आने वाले दिनों में उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी ला सकता है। इस सिस्टम का असर मध्य प्रदेश तक पहुंचेगा, जिससे प्रदेश में ठंडी हवाओं का प्रभाव बढ़ेगा। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले हफ्ते से न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिल सकती है।

अगले दो दिन बारिश और बादलों का रहेगा असर

मौसम विभाग ने रायसेन, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, कटनी, सिवनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट जिलों में हल्की बारिश और बादल छाए रहने की संभावना जताई है। इन इलाकों में मौसम ठंडा रहेगा और सुबह-शाम ठंडी हवाओं का असर बढ़ेगा। वहीं भोपाल, इंदौर और उज्जैन जैसे शहरों में मौसम साफ रहेगा और दिन में धूप खिलने की संभावना है।

अक्टूबर में टूटा बारिश का रिकॉर्ड

मध्य प्रदेश ने अक्टूबर में बारिश के पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। इस महीने प्रदेश में औसतन 121% अधिक वर्षा दर्ज की गई। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कई अन्य जिलों में सामान्य से काफी ज्यादा बारिश हुई। इससे नदियों, तालाबों और डैमों का जलस्तर बढ़ गया है, जो आगामी सर्दियों में पेयजल और सिंचाई के लिए फायदेमंद साबित होगा। वहीं राज्य का सबसे ठंडा स्थान पचमढ़ी रहा, जहां अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

15 नवंबर के बाद बढ़ेगी ठंड, गिरेगा तापमान

मौसम विभाग का कहना है कि 7 से 8 नवंबर के बीच उत्तरी हवाएं सक्रिय होंगी, जिससे पूरे प्रदेश में तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी। इन हवाओं के चलते दिन और रात दोनों समय ठंडक बढ़ेगी। नवंबर के मध्य यानी 15 तारीख के बाद प्रदेश में सर्दी का असर और तेज होगा। अनुमान है कि आने वाले दिनों में सुबह और शाम के समय हल्की ठिठुरन महसूस होने लगेगी।