Weather Update: तेज़ बारिश से दिल्ली-यूपी जलमग्न, हिमाचल-उत्तराखंड में भारी वर्षा का खतरा, कई राज्यों में अलर्ट जारी

दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में बीती रात से लगातार बारिश हो रही है। इस मूसलाधार बारिश ने राजधानी के कई इलाकों को पानी-पानी कर दिया है। जलभराव के चलते मुख्य मार्गों पर वाहनों की रफ्तार थम गई है, कई जगहों पर गाड़ियां फंस गई हैं और ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई है। मौसम विभाग (IMD) ने अगले 48 घंटों में दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे हालात और खराब हो सकते हैं।

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट, सतर्कता की ज़रूरत

रविवार के लिए मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्से और उत्तराखंड के कई ज़िलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है। इसका अर्थ है कि इन इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़, भूस्खलन और जलभराव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।

उत्तर भारत के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश की संभावना

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि 3 अगस्त को राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड में तेज़ और लगातार बारिश हो सकती है। इन राज्यों में रहने वाले लोगों को अगाह किया गया है कि वे मौसम से जुड़ी अपडेट पर ध्यान दें और आवश्यक एहतियात बरतें।

पूर्वोत्तर भारत में अगले सप्ताह तक तेज़ बारिश जारी रहने की संभावना

पूर्वोत्तर राज्यों में मौसम विभाग ने भारी से अति भारी वर्षा का पूर्वानुमान जारी किया है। विशेष रूप से उत्तरी बंगाल, बिहार, सिक्किम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में 3 और 4 अगस्त को ज़ोरदार बारिश हो सकती है। यह क्षेत्र पहले से ही नमी और जलभराव से जूझ रहा है, ऐसे में बारिश की तीव्रता और बढ़ सकती है।

अगस्त-सितंबर में भी मॉनसून रहेगा सक्रिय

मौसम विभाग की दीर्घकालिक रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त और सितंबर में भी अच्छी बारिश की संभावना बनी हुई है। जून और जुलाई में औसत से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। हालांकि बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश जैसे इलाकों में अब तक अपेक्षाकृत कम बारिश हुई है। विभाग का मानना है कि अब इन इलाकों में मॉनसून सक्रिय होगा और सूखे जैसे हालात में सुधार आएगा।

गुजरात-राजस्थान में अधिक बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता

दूसरी ओर, गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों में सामान्य से कहीं अधिक वर्षा हुई है। यह अधिक बारिश किसानों के लिए चिंता का कारण बन गई है क्योंकि फसलों को जलभराव से नुकसान पहुंचा है। विशेष रूप से मूंगफली, कपास और बाजरे की फसलों पर विपरीत असर पड़ा है।

बिहार में सूखा खत्म होने की उम्मीद, बढ़ेगी वर्षा

बिहार में अब तक सामान्य से लगभग 40 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है, लेकिन अब परिस्थितियां बदलती नजर आ रही हैं। मानसून का ट्रैक दक्षिण और मध्य भारत से खिसक कर उत्तर भारत की ओर बढ़ चुका है, जिससे बिहार में आने वाले दिनों में भारी वर्षा की संभावना बन रही है। यह स्थिति सूखे जैसी समस्या से राहत दिला सकती है।

मॉनसून ब्रेक ले सकता है, मौसम में अस्थिरता का दौर

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जहां अब तक ज़्यादा बारिश हुई है वहां मॉनसून कुछ दिन के लिए विराम ले सकता है, वहीं कम वर्षा वाले क्षेत्रों में अब तेज़ बारिश हो सकती है। यह बदलाव सामान्य वर्षा के संतुलन को बनाए रखने में मददगार हो सकता है।

उत्तर बिहार में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा

मॉनसून ट्रैक के उत्तर की ओर शिफ्ट हो जाने से हिमालयी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा की संभावना बन रही है। यदि अगले कुछ दिनों तक यही स्थिति बनी रही तो उत्तर बिहार में बाढ़ के हालात पैदा हो सकते हैं। प्रशासन ने सभी ज़रूरी एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।