Weather Update: उत्तर भारत में मौसम में बदलाव के चलते ठंड का असर तेजी से बढ़ रहा है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हल्की बारिश ने तापमान को और गिरा दिया है। दिल्ली-एनसीआर के लिए मौसम विभाग ने 25 और 26 दिसंबर को कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान घना कोहरा छाने की संभावना है, जिससे दृश्यता में कमी आएगी। दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। ठंडी हवाओं के कारण लोगों को कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने सलाह दी है कि लोग जरूरी सावधानियां बरतें और ठंड से बचाव के उपाय करें।
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण मौसम ने फिर से करवट ली है। 26-27 सितंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ राजस्थान में सक्रिय रहेगा, जिससे उदयपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर संभाग और शेखावाटी इलाके में हल्की बारिश होने की संभावना है। इससे इन क्षेत्रों में तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को माता वैष्णो देवी के त्रिकूटा पर्वत और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पत्नीटॉप पर इस मौसम का पहला हिमपात हुआ, जिसने ठंड बढ़ा दी है। इसके अलावा, उत्तराखंड में दो हफ्ते बाद एक बार फिर से बर्फबारी और बारिश ने सर्दी का प्रभाव बढ़ा दिया है। इन बदलावों के कारण पहाड़ी और मैदानी दोनों ही क्षेत्रों में ठंड का असर बढ़ने की संभावना है। पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को ठंड से बचाव के लिए तैयारी करने की सलाह दी गई है।
उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में सर्दी ने अपना जोर दिखाना शुरू कर दिया है। चारधाम सहित हिमालय की ऊंची चोटियों पर जोरदार बर्फबारी दर्ज की गई है। देहरादून के मसूरी और चकराता में भी हल्की बर्फबारी हुई है, जबकि निचले क्षेत्रों में सुबह से हो रही हल्की बारिश के कारण पूरे पहाड़ी क्षेत्र में शीतलहर चल रही है। हिमाचल प्रदेश में भी मौसम ने करवट ली है। शिमला में बर्फबारी हुई है, और ऊंचाई वाले इलाकों जैसे रोहतांग, बारालाचा, और शिंकुला की चोटियों पर सोमवार को करीब एक फीट तक बर्फबारी हुई है। इस हिमपात और शीतलहर से ठंड और बढ़ने की संभावना है। पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने और गर्म कपड़ों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और पंजाब में हुई हल्की बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ठिठुरन बढ़ गई है। जम्मू-कश्मीर में कड़ाके की ठंड का असर इतना अधिक है कि कश्मीर घाटी के सभी जलस्रोत जम गए हैं। बर्फबारी के चलते जम्मू संभाग और राजौरी-पुंछ जिलों को जोड़ने वाले मुगल रोड को यातायात के लिए बंद करना पड़ा है। सोमवार को श्रीनगर का न्यूनतम तापमान माइनस 3.6 डिग्री सेल्सियस, जबकि पहलगाम का तापमान माइनस 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इन हालातों के चलते पूरे क्षेत्र में ठंड अपने चरम पर है। स्थानीय निवासियों और यात्रियों को गर्म कपड़ों और ठंड से बचाव के अन्य उपायों का ध्यान रखने की सलाह दी गई है।