Weather Update: देश के कई हिस्सों में मानसून अपनी पूरी ताकत के साथ सक्रिय हो गया है। लगातार हो रही बारिश ने आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और अगले कुछ दिनों में स्थिति और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उत्तर से लेकर दक्षिण, पूर्व से लेकर पश्चिम और पूर्वोत्तर तक, हर कोने में बारिश से स्थिति गंभीर बनी हुई है।
उत्तर भारत: हिमाचल-उत्तराखंड में भूस्खलन का खतरा, बारिश का कहर जारी
उत्तर भारत के राज्यों में भारी वर्षा का सिलसिला लगातार बना हुआ है। विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले कुछ दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। उत्तराखंड में बारिश के साथ-साथ भूस्खलन की चेतावनी भी जारी की गई है, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है और कुछ जगहों पर पहाड़ी रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं।
दक्षिण भारत: केरल और कर्नाटक में मूसलाधार बारिश, तेज हवाएं बन सकती हैं खतरा
दक्षिणी राज्यों में भी मानसून जमकर बरस रहा है। केरल और दक्षिण कर्नाटक के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मौसम विभाग ने चेताया है कि इन राज्यों में 40–50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जिससे समुद्री गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी भारी वर्षा की आशंका जताई गई है।
पूर्व और मध्य भारत: वज्रपात और भारी बारिश का अलर्ट
पूर्वी भारत और मध्य भारत के राज्यों में भी मौसम बिगड़ने के संकेत मिल रहे हैं। बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल (उप-हिमालयी भाग), मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा के साथ-साथ बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। इन क्षेत्रों में किसानों और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि बिजली गिरने की घटनाएं जानलेवा साबित हो सकती हैं। पश्चिम मध्य प्रदेश में तो बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, जिससे जन-धन की हानि की आशंका बनी हुई है।
पश्चिम भारत: महाराष्ट्र और गोवा में जलभराव, यातायात बाधित
पश्चिमी तटवर्ती क्षेत्रों में मानसून की सक्रियता लगातार बनी हुई है। कोंकण और गोवा में मूसलाधार बारिश से आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में भी तेज बारिश की संभावना जताई गई है। कई स्थानों पर सड़कों पर पानी भर गया है जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सतर्कता बरतें।
पूर्वोत्तर भारत: मेघालय-असम में भारी बारिश, प्रशासन अलर्ट पर
पूर्वोत्तर के राज्य जैसे अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में भी अगले कुछ दिनों तक मूसलाधार बारिश होने की संभावना जताई गई है। खासकर मेघालय में बहुत भारी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग ने प्रशासन को चौकन्ना रहने और राहत व बचाव टीमों को तैयार रखने के निर्देश जारी किए हैं। इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए भूस्खलन और बाढ़ की आशंका अधिक बनी रहती है।
समुद्री चेतावनी: मछुआरों को न जाने की सलाह
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में मौसम बेहद खराब रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं और हवाएं 40-60 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं। केरल, कर्नाटक, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओमान और यमन के तटवर्ती इलाकों में मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सख्त हिदायत दी गई है। तटीय गांवों में अलर्ट जारी किया गया है।
सतर्कता ही सुरक्षा
देश भर में बारिश का कहर अगले कुछ दिनों तक और भी ज्यादा बढ़ सकता है। पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए, वहीं मैदानी इलाकों में जलभराव और वज्रपात से बचने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने भी लोगों से आग्रह किया है कि मौसम विभाग के अपडेट्स पर ध्यान दें और जरूरी एहतियात बरतें।