Weather Update: इस साल नवंबर के मध्य तक पहुंचने के बावजूद, दिल्ली-NCR में ठंड का असर दिखाई नहीं दे रहा है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी हो चुकी है और उत्तर प्रदेश सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में सुबह-शाम घना कोहरा छाने लगा है। लेकिन दिल्ली में तापमान अभी भी अपेक्षाकृत गर्म है। सुबह-शाम स्मॉग की वजह से उमस बनी रहती है, और दिन में धूप की वजह से हल्की गर्माहट महसूस होती है। वहीं, हल्के कोहरे का असर भी बहुत नहीं दिख रहा है, जिससे सर्दी का अहसास कम है। विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली-NCR में ठंड का प्रभाव धीरे-धीरे बढ़ सकता है, खासकर नवंबर के अंत या दिसंबर की शुरुआत में जब तापमान में गिरावट की संभावना होगी।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 15 नवंबर के बाद पहाड़ी राज्यों में अच्छी बर्फबारी होने की संभावना है, जिसका असर मैदानी इलाकों पर भी पड़ेगा। इसके परिणामस्वरूप उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों, विशेष रूप से दिल्ली-NCR में, घना कोहरा छाने और तापमान में गिरावट का अनुमान है।
इस साल, वैश्विक मौसम विज्ञान संगठन के अनुसार, ला नीना का प्रभाव दिल्ली में सामान्य से अधिक ठंड ला सकता है, जिससे तापमान में अधिक गिरावट हो सकती है।
देशभर में 17 नवंबर तक मौसम की स्थिति इस प्रकार रहने की संभावना है:
• उत्तर भारत: बर्फबारी के कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में ठंड बढ़ेगी, और ठंडी हवाएं मैदानी क्षेत्रों में तापमान कम कर सकती हैं।
• पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली-NCR: 15 नवंबर के बाद घना कोहरा छाने लगेगा और न्यूनतम तापमान में गिरावट महसूस की जाएगी।
• पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत: इन क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है, और कोहरा भी छाया रह सकता है।
• पश्चिमी भारत: राजस्थान और गुजरात में ठंड धीरे-धीरे बढ़ सकती है।
• दक्षिण भारत: सामान्य मौसम बना रहेगा, लेकिन कुछ तटीय क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है।
इन बदलावों के साथ, ठंड के प्रभाव में बढ़ोतरी का अनुभव किया जा सकता है, और आने वाले दिनों में दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में सर्दी अधिक महसूस होने की संभावना है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 12 से 17 नवंबर के बीच पंजाब और हिमाचल प्रदेश में सुबह और शाम के समय घना कोहरा छाया रहेगा। पंजाब के अमृतसर और हिमाचल प्रदेश में घने कोहरे के कारण बीते दिन विजिबिलिटी जीरो रही, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पंजाब के पश्चिम जोन में भी अलग-अलग हिस्सों में रात और सुबह के समय घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बने रहने की संभावना है।
उत्तर भारत के अन्य राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, और छत्तीसगढ़ में भी सुबह-शाम हल्के कोहरे का अनुभव किया जा रहा है। वहीं, झारखंड में अगले 4 दिनों तक मौसम शुष्क और साफ रहेगा। 12 नवंबर को सुबह कोहरे या धुंध के आसार हैं, लेकिन दिन में आंशिक बादल छाए रह सकते हैं। 15 नवंबर तक झारखंड और बिहार में मौसम में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, और मौसम शुष्क बना रहेगा। इस कोहरे और ठंड के बढ़ते असर के साथ, तापमान में गिरावट देखी जा सकती है, जिससे कई क्षेत्रों में सर्दी बढ़ने के आसार हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय हो गया है, जिसके प्रभाव से कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। अगले 24 घंटों में यह तमिलनाडु और श्रीलंका की ओर पश्चिम की ओर बढ़ सकता है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी से होते हुए उत्तर की ओर तटीय आंध्र प्रदेश तक फैली हुई है। 14 नवंबर 2024 से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है।
इस साइक्लोनिक गतिविधि के प्रभाव से केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, और कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बिजली गिरने और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, और रायलसीमा में 12 से 15 नवंबर तक बारिश हो सकती है, जबकि तमिलनाडु में 12 से 17 नवंबर के दौरान कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा की संभावना है। केरल और माहे में 13 से 17 नवंबर तक बारिश की संभावना है। इसी तरह, रायलसीमा में 12 और 13 नवंबर को, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में 13 और 14 नवंबर को, और यनम में 12 से 14 नवंबर के दौरान बारिश का अनुमान है।