Weather Update: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में भारी से लेकर अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है। 26 से 31 जुलाई तक उत्तर भारत के राज्यों — दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान — में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और तेज़ हवाएं चलने की भी संभावना है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे खुले स्थानों से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
पूर्वी भारत में भारी बारिश का दौर, ओडिशा और झारखंड सबसे अधिक प्रभावित
अगले 24 घंटों में ओडिशा, झारखंड और गंगा के किनारे स्थित पश्चिम बंगाल के क्षेत्रों में बहुत भारी बारिश की संभावना है। 26 और 27 जुलाई को पश्चिमी मध्य प्रदेश तथा 26 जुलाई को पूर्वी मध्य प्रदेश में भी मूसलाधार बारिश हो सकती है। साथ ही इन इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलने, बिजली गिरने और गरज-चमक के साथ वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। बिहार, छत्तीसगढ़ और इन सभी क्षेत्रों में 30 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
पश्चिमी भारत में मानसून की रफ्तार तेज, महाराष्ट्र और गुजरात पर असर
कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और घाटी क्षेत्रों में आज अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है। वहीं सौराष्ट्र, कच्छ और मराठवाड़ा में 26 से 29 जुलाई के बीच भारी बारिश के आसार हैं। इन इलाकों में अगले सप्ताह तक रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी, जिससे स्थानीय नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो सकती है। मौसम विभाग ने यहां के निवासियों को जलजमाव और भूस्खलन जैसी संभावित घटनाओं से सचेत रहने की सलाह दी है।
उत्तर भारत में मानसून का प्रभाव बढ़ा, बारिश के साथ तेज़ हवाएं चलेंगी
उत्तर भारत के राज्यों जैसे उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान में 26 से 29 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। वहीं पूर्वी राजस्थान में 27 जुलाई को अत्यधिक भारी वर्षा का पूर्वानुमान है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और आसपास के मैदानी क्षेत्रों में भी गरज के साथ वर्षा का दौर सात दिनों तक बना रह सकता है। पहाड़ी इलाकों में बादल फटने और भूस्खलन की आशंका को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है।
IMD की एहतियाती सलाह – सतर्क रहें, मौसम अपडेट पर नज़र रखें
भारतीय मौसम विभाग ने विशेष रूप से किसानों, यात्रियों और तटीय क्षेत्रों में रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खराब मौसम के कारण यातायात में व्यवधान, खेतों में जलभराव और शहरों में जलजमाव की स्थिति बन सकती है। लोगों को मौसम संबंधित सूचनाओं के लिए सरकारी चैनलों और विश्वसनीय स्रोतों से अपडेट लेते रहने की सलाह दी गई है। साथ ही, प्रशासन को भी बचाव और राहत कार्यों के लिए तत्पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
देश के अधिकांश हिस्सों में जुलाई के अंत तक भारी बारिश का दौर बना रहेगा। ऐसे में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आमजन को सतर्क रहना होगा और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करना जरूरी है। मानसून के इस तीव्र दौर में तैयार रहना ही सुरक्षा की कुंजी है।