Weather Update: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि आगामी 6 से 7 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में मूसलधार से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। 2 और 3 अगस्त को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और मेघालय के विभिन्न इलाकों में बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है। इसी तरह, 3 अगस्त को अरुणाचल प्रदेश और बिहार में भी तेज बारिश के आसार हैं। इन क्षेत्रों में मौसम की स्थिति अगले सप्ताह तक गंभीर बनी रह सकती है।
दक्षिण भारत में भी बरसेगा जमकर पानी
तमिलनाडु और केरल जैसे दक्षिणी राज्यों में भी अगले सप्ताह भर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार इन राज्यों में दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय है, जिससे भारी बारिश की स्थिति बनी रह सकती है। यह वर्षा न सिर्फ गर्मी से राहत देगी, बल्कि कुछ क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति भी उत्पन्न कर सकती है।
राजस्थान में मानसून मेहरबान, जुलाई में औसत से अधिक बारिश
राजस्थान में इस बार मानसून कुछ ज्यादा ही कृपालु रहा है। पूरे प्रदेश में अब तक अच्छी बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार, जुलाई माह में राजस्थान में 77% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। जहां सामान्यतः 255 मिलीमीटर बारिश होती है, वहीं इस बार 285 मिलीमीटर दर्ज की गई। हालांकि, दो अगस्त से भारी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन 3 से 6 अगस्त के बीच भरतपुर और जयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में फिर से मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है।
बिहार-झारखंड समेत पूर्वी राज्यों में जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
बिहार, झारखंड, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में 2 से 7 अगस्त के बीच अच्छी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 2 से 4 अगस्त तक और बिहार में 2 और 3 अगस्त को अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। इन राज्यों में जलभराव और नदियों का जलस्तर बढ़ने की स्थिति बन सकती है।
पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति संभव
उत्तर बंगाल के जिलों – अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कूचबिहार – में 2 से 4 अगस्त तक तेज वर्षा होने के आसार हैं। अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। वहीं, दक्षिण बंगाल में 7 अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश का दौर चलता रहेगा।
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन से बिगड़ी हालात
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। चंडीगढ़-मनाली और मनाली-लेह हाइवे जैसे प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिए गए हैं। जुलाई में यहां औसतन 250.3 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से केवल 2% कम है। शुक्रवार को मौसम विभाग ने राज्य के 10 जिलों में भारी वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है, जो मंगलवार तक प्रभावी रहेगा।
आंध्र प्रदेश में तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश की चेतावनी
एक अगस्त से सात अगस्त तक आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों – उत्तर तटीय क्षेत्र, दक्षिण तटीय क्षेत्र, यनम और रायलसीमा – में भारी बारिश के साथ-साथ 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। विशेष रूप से पांच, छह और सात अगस्त को इन इलाकों में मूसलधार बारिश हो सकती है। पूरे सप्ताह गरज-चमक के साथ बारिश और तूफानी हवाएं जारी रहने की चेतावनी दी गई है।
देश के अधिकांश हिस्सों में अगले एक सप्ताह तक मानसून सक्रिय रहेगा। उत्तर, पूर्व, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के राज्यों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां जलभराव, भूस्खलन और बाढ़ की आशंका है। मौसम विभाग लगातार अपडेट जारी कर रहा है, जिससे समय रहते बचाव के उपाय किए जा सकें।