खतरनाक आतंकियों का पर्दाफाश करने वाली क्या है एनआईए?,  जानिए इस स्पेशल एजेंसी की ताकत और मिशन

पहलगाम हमले के बाद देशवासियों की एक ही मांग है कि  पाकिस्तान पर सख्त कार्रवाई की जाए और दोषियों को अंजाम तक पहुंचाया जाए! इसके लिए सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए देश की सबसे घातक और सक्षम जांच एजेंसी एनआईए (NIA) को मोर्चे पर उतारा। अब इस मामले की जांच का जिम्मा नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी एनआईए के कंधों पर है, जो आतंक की जड़ तक पहुंचने के लिए कुख्यात है।

क्या है NIA और क्यों है इतनी ख़ास?
एनआईए, यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी, 26/11 मुंबई आतंकी हमले के बाद 2008 में बनाई गई थी। इसका मकसद एक ही है — भारत को आतंकवाद से मुक्त करना। यह एजेंसी केंद्र सरकार के अधीन काम करती है और देशभर में कहीं भी संदिग्ध गतिविधियों की जांच कर सकती है।

किन-किन अपराधों की जांच करती है NIA?
एनआईए का दायरा बेहद व्यापक और खतरनाक है। ये एजेंसी सिर्फ आतंकवाद ही नहीं, बल्कि मानव तस्करी, साइबर आतंकवाद, नकली नोटों, विस्फोटक पदार्थों और प्रतिबंधित हथियारों से जुड़े मामलों की भी जांच करती है। खास बात ये है कि एनआईए को पुलिस जैसी ही शक्तियां हासिल हैं, लेकिन इनका दायरा कहीं ज़्यादा बड़ा और असरदार है।

कहां से आते हैं NIA के जांबाज़ अफसर?
एनआईए में अलग से कोई भर्ती नहीं होती। इसके अधिकारी चुने जाते हैं आईपीएस, आईआरएस, राज्य पुलिस, सीआरपीएफ, आईटीबीपी और बीएसएफ जैसी शक्तिशाली संस्थाओं से। ये वो लोग होते हैं जिनका मकसद सिर्फ एक होता है — देश की रक्षा, चाहे इसके लिए कितने भी खतरे उठाने पड़ें।

कितनी बड़ी है NIA की पहुंच?
एनआईए का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है, लेकिन इसकी पहुंच पूरे देश में फैली है। 21 शाखा कार्यालय, और दो ज़ोनल दफ्तर — गुवाहाटी और जम्मू में। मतलब ये कि देश के किसी भी कोने में कुछ भी संदिग्ध हो, NIA अलर्ट हो जाती है।

स्पेशल कोर्ट – जहां फैसला होता है तेज़ और सटीक
एनआईए के पास अपने 51 विशेष न्यायालय हैं, जहां इनके केसों की सुनवाई होती है। इन कोर्ट्स में ट्रायल तेज़ी से होता है और फैसला भी ज़ल्दी आता है। यही वजह है कि एनआईए की सज़ा दर 95.23% है — जो अपने आप में साबित करता है कि दोषी कभी नहीं बचते।

पहलगाम हमले की जांच – NIA का अगला मिशन!
अब NIA का अगला मिशन है — पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या के पीछे छिपे आतंकी नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करना। एजेंसी की टीमें घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं और सुरागों की तलाश शुरू हो चुकी है। एनआईए इस केस को सुलझाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। देश की सुरक्षा में तैनात एनआईए सिर्फ एक जांच एजेंसी नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ एक सर्जिकल हथियार है। जब-जब देश पर खतरा मंडराता है, NIA सामने आकर दुश्मनों को उनकी औकात दिखा देती है।