सुशासन दिवस के अवसर पर बुधवार को रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ी पहल करते हुए ‘राष्ट्रपर्व’ नामक वेबसाइट और मोबाइल ऐप लॉन्च की। इस मौके पर रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह वेबसाइट और ऐप गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और अन्य राष्ट्रीय आयोजनों से जुड़ी जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही इन आयोजनों का सीधा प्रसारण, टिकट बुकिंग, बैठने की व्यवस्था और रूट मैप जैसे विवरण भी इसमें उपलब्ध होंगे।
राष्ट्रपर्व वेबसाइट और ऐप की विशेषताएं
रक्षा सचिव ने बताया कि यह प्लेटफॉर्म राष्ट्रीय आयोजनों को ज्यादा व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
- झांकी डिजाइन और डेटा प्रबंधन: यह पोर्टल राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, मंत्रालयों और विभागों को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए अपनी झांकियों को डिज़ाइन करने और उनकी अंतिम रूपरेखा तैयार करने की सुविधा प्रदान करेगा।
- ऐतिहासिक डेटा संग्रहण: झांकी प्रस्तावों और कार्यक्रमों से संबंधित ऐतिहासिक डेटा को संरक्षित और प्रबंधित करने की व्यवस्था भी इस प्लेटफॉर्म में की गई है।
- आयोजन की जानकारी: वेबसाइट पर गणतंत्र दिवस और बीटिंग रिट्रीट जैसे समारोहों की समय-सारिणी, स्थान और अन्य विवरण आसानी से उपलब्ध होंगे।
- टिकट बुकिंग और बैठने की व्यवस्था: दर्शक इस ऐप और वेबसाइट के जरिए टिकट खरीद सकते हैं और बैठने की व्यवस्था की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सुशासन दिवस और फीडबैक से मिली प्रेरणा
यह पहल भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि के रूप में शुरू की गई। सुशासन दिवस पर रक्षा मंत्रालय ने इस वेबसाइट को लॉन्च करते हुए बताया कि यह राज्यों और दर्शकों की ओर से मिले सुझावों पर आधारित है।
- राज्यों के सुझाव: राज्यों ने गणतंत्र दिवस समारोह के लिए झांकी के डिजाइन और डेटा प्रबंधन हेतु एक पोर्टल की आवश्यकता बताई थी।
- दर्शकों की फीडबैक: समारोह में भाग लेने वाले दर्शकों ने सुझाव दिया था कि उन्हें परेड, झांकी और कार्यक्रम से जुड़ी विस्तृत जानकारी एक ही जगह पर मिलनी चाहिए।
ऐप और वेबसाइट का उपयोग कैसे करें?
- वेबसाइट का उपयोग: ‘राष्ट्रपर्व’ वेबसाइट को https://rashtraparv.mod.gov.in पर देखा जा सकता है।
- मोबाइल ऐप डाउनलोड: मोबाइल ऐप को सरकारी ऐप स्टोर (एम-सेवा) से डाउनलोड किया जा सकता है।
पारदर्शी और नागरिक केंद्रित पहल
रक्षा मंत्रालय ने इस कदम को पारदर्शिता, नागरिक सुविधा और आधुनिक तकनीक के उपयोग के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। यह पहल राष्ट्र के नागरिकों को राष्ट्रीय समारोहों में और अधिक जुड़ने का अवसर प्रदान करती है। साथ ही, इसे सुशासन दिवस के मौके पर अटल बिहारी वाजपेयी को सच्ची श्रद्धांजलि के रूप में पेश किया गया है।