Navratri Vrat 2025: नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा की आराधना और भक्ति का विशेष समय होता है। इस दौरान भक्त नौ दिनों तक व्रत रखते हैं और मां दुर्गा का आशीर्वाद पाने के लिए नियमों का पालन करते हैं। व्रत का उद्देश्य केवल भोजन त्यागना नहीं, बल्कि मन, वाणी और कर्म को पवित्र रखना होता है। लेकिन कई बार अनजाने में या परिस्थितिवश व्रत टूट जाता है। ऐसे में लोग डर, अपराधबोध और पाप लगने की आशंका से घिर जाते हैं।
शास्त्रों में स्पष्ट कहा गया है कि व्रत का वास्तविक महत्व व्यक्ति की श्रद्धा और भक्ति में निहित है। यदि व्रत गलती से टूट भी जाए तो मां दुर्गा क्षमा करती हैं, बशर्ते आप सच्चे मन से पश्चाताप करें और उनके प्रति अपनी आस्था बनाए रखें। आइए जानते हैं कि व्रत टूटने पर क्या करना चाहिए और इससे जुड़े उपाय।
व्रत टूटने पर अपनाएं ये उपाय
मां दुर्गा से क्षमा याचना करें
यदि भूलवश व्रत टूट गया हो, तो सबसे पहले मां दुर्गा से क्षमा मांगें। आंखें बंद कर मन ही मन मां से प्रार्थना करें कि यह गलती अनजाने में हुई है और दोबारा ऐसा न हो, ऐसा संकल्प लें।
मंत्र जाप करें
मंत्र जाप व्रत के दोष को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है। आप “ॐ दूं दुर्गायै नमः” मंत्र का 108 बार जाप कर सकते हैं। इसके अलावा दुर्गा सप्तशती के श्लोकों का पाठ करना भी बहुत शुभ माना जाता है।
दान करें
दान का महत्व नवरात्रि में विशेष रूप से बताया गया है। यदि व्रत गलती से टूट जाए, तो गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या अन्न का दान करें। इससे व्रत भंग का दोष समाप्त होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
फलाहार से व्रत जारी रखें
व्रत टूटने के बाद उसे पूरी तरह छोड़ने के बजाय आप शेष दिन फलाहार कर सकते हैं। जैसे फल, दूध, सूखे मेवे या सात्त्विक भोजन ग्रहण कर व्रत की भावना बनाए रखें।
हवन या पाठ करें
दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से व्रत टूटने का दोष कम होता है। चाहें तो घर में छोटा सा हवन कर मां दुर्गा का स्मरण करें।
अगले दिन सख्त उपवास करें
कई लोग व्रत टूटने पर अगले दिन कठोर उपवास रखते हैं। यह व्रत की शुद्धि का एक उपाय माना जाता है और इससे मन को शांति भी मिलती है।
क्या व्रत टूटने से पाप लगता है?
शास्त्रों के अनुसार, व्रत का मुख्य उद्देश्य मां दुर्गा के प्रति प्रेम, समर्पण और आस्था है। यदि व्रत जानबूझकर तोड़ा गया हो, तो इसे पाप माना जाता है। लेकिन अगर यह गलती अनजाने में हुई है, तो मां दुर्गा क्षमा कर देती हैं, बशर्ते आप सच्चे मन से पश्चाताप करें और मां का स्मरण करते रहें।
विशेष उपाय
- नवरात्रि के शेष दिनों में रोजाना मां दुर्गा को लाल फूल अर्पित करें।
- जरूरतमंद कन्याओं को भोजन कराएं और उन्हें उपहार दें।
- दुर्गा मंदिर में नारियल, मिठाई या फल चढ़ाकर प्रार्थना करें।
- नवरात्रि के दौरान घर में सकारात्मक वातावरण बनाए रखें और मां दुर्गा का नाम जप करते रहें।