हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह का आखिरी बड़ा मंगल अब पास आ गया है। इस दिन को बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है और इसे हनुमान जी की विशेष आराधना के लिए बहुत शुभ माना जाता है। देशभर के हनुमान मंदिरों में इस दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
बड़ा मंगल: पवित्र दिन, जब दुखों से मिलती है मुक्ति
मान्यता है कि जो भक्त इस दिन पूरी श्रद्धा और भक्ति से हनुमान जी की पूजा करते हैं, उनके सभी दुख-दर्द मिट जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। यह दिन बजरंगबली की अनुकंपा प्राप्त करने का सर्वोत्तम अवसर माना जाता है।
कब है बड़ा मंगल? जानें तारीख और महत्व
ज्येष्ठ मास में कुल पाँच बड़े मंगल आते हैं, जिनमें से अब तक चार मंगलवार बीत चुके हैं। अब इस माह का पांचवां और अंतिम बड़ा मंगल 10 जून 2025 को पड़ रहा है। धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन हनुमान जी ने पहली बार प्रभु श्रीराम से भेंट की थी और अमरत्व का वरदान भी उन्हें इसी दिन प्राप्त हुआ था।
इस तरह करें पूजा, बजरंगबली होंगे प्रसन्न
बड़ा मंगल आने पर भक्तों को सूर्योदय से पहले स्नान कर, स्वच्छ वस्त्र पहनकर हनुमान मंदिर जाना चाहिए। वहाँ जाकर हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, और आरती का पाठ करना पुण्यकारी माना गया है। इसके अलावा, हनुमान जी की प्रतिमा को रोली और चंदन का तिलक लगाकर उन्हें प्रसाद अर्पित करना चाहिए।
लाल रंग के वस्त्र और दान का महत्व
बजरंगबली को लाल रंग अत्यंत प्रिय होता है। ऐसे में इस दिन लाल वस्त्र धारण करना और जरूरतमंदों को लाल कपड़े दान करना अत्यधिक फलदायक होता है। ऐसा करने से न केवल मनोकामनाएं पूरी होती हैं, बल्कि जीवन में नए अवसर और शांति का आगमन होता है।