एक साल में किसने दिया बेहतर रिटर्न, Gold या Share Market?

जैसे-जैसे दिवाली करीब आ रही है, निवेशकों की निगाहें एक बार फिर Gold, चांदी और शेयर बाजार की चाल पर टिक गई हैं। पिछले साल की दिवाली से अब तक इन तीनों में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। जहां गोल्ड और सिल्वर ने जबरदस्त तेजी दिखाई है, वहीं शेयर बाजार ने इस दौरान बेहद सीमित रिटर्न दिया है।

इस बार मुहूर्त ट्रेडिंग 21 अक्टूबर को यानी दिवाली के अगले दिन होने जा रही है, ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि सोना, चांदी और बाजार किस ऊंचाई पर पहुंचते हैं। आइए जानते हैं पिछले एक साल में इन निवेश साधनों ने कितना रिटर्न दिया।

Gold की चमक और बढ़ी, एक साल में जबरदस्त तेजी

पिछले एक साल में सोने की कीमतों में बंपर उछाल देखने को मिला है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के आंकड़ों के अनुसार, 31 अक्टूबर 2024 को सोना 78,430 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था, जो अब 16 अक्टूबर 2025 तक बढ़कर 1,29,852 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच चुका है।

इसका मतलब है कि सोने ने सालभर में 51,422 रुपये यानी करीब 65.56% की जोरदार बढ़त दर्ज की है। 17 अक्टूबर के कारोबारी सत्र में तो सोने ने नया रिकॉर्ड बना दिया, जब इसकी कीमतें 2,442 रुपये की तेजी के साथ 1,32,294 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गईं। यह स्पष्ट करता है कि गोल्ड निवेशकों के लिए बीता साल बेहद फायदे का रहा है।

चांदी ने भी तोड़ी रिकॉर्ड की दीवार

सिर्फ सोना ही नहीं, बल्कि चांदी ने भी इस साल निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। बीते साल दिवाली पर एमसीएक्स पर चांदी की कीमत 97,740 रुपये प्रति किलोग्राम थी। वहीं, इस साल 16 अक्टूबर 2025 तक चांदी की दर बढ़कर 1,67,663 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

यानि एक साल में 69,923 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़त हुई है, जो 71.54% का रिटर्न दर्शाती है। 17 अक्टूबर को तो चांदी ने रिकॉर्ड हाई बनाते हुए 1,70,415 रुपये प्रति किलोग्राम का स्तर छू लिया। स्पष्ट है कि कीमती धातुओं में इस बार चांदी ने गोल्ड को भी रिटर्न के मामले में पछाड़ दिया है।

Share Market की चाल धीमी, निवेशकों को मामूली मुनाफा

जहां सोना-चांदी ने झोली भर दी, वहीं शेयर बाजार की चाल इस बार थोड़ी सुस्त रही। बीएसई सेंसेक्स 31 अक्टूबर 2024 को 79,389.06 अंक पर बंद हुआ था, जबकि अब यह बढ़कर 83,952.19 अंक पर पहुंच गया है।

यानी बीते एक साल में सेंसेक्स में सिर्फ 4,563 अंकों की बढ़त हुई, जो लगभग 5.75% का रिटर्न बनती है। यह रिटर्न गोल्ड और सिल्वर की तुलना में बेहद कम है।

निफ्टी की स्थिति भी कुछ ऐसी ही

इसी तरह निफ्टी की चाल भी बहुत तेज नहीं रही। 31 अक्टूबर 2024 को निफ्टी 24,205.35 अंक पर थी, जो अब 17 अक्टूबर 2025 को बढ़कर 25,709.85 अंक पर पहुंची है।

इस दौरान निफ्टी में 1,504.5 अंकों की बढ़त दर्ज हुई है, यानी कुल 6.21% का रिटर्न मिला है। यह बताता है कि पिछले एक साल में इक्विटी मार्केट ने स्थिरता तो दिखाई, लेकिन गोल्ड-सिल्वर जैसी रफ्तार नहीं पकड़ पाया।

निवेशकों के लिए क्या सबक है?

इस बार दिवाली से पहले निवेशकों को साफ संकेत मिल रहे हैं, कीमती धातुओं ने सुरक्षित और शानदार रिटर्न दिया है, जबकि शेयर बाजार ने स्थिर लेकिन सीमित मुनाफा दिया। ऐसे में पोर्टफोलियो में विविधता लाने की जरूरत और भी बढ़ गई है।

जो निवेशक दीर्घकालिक नजरिए से चल रहे हैं, उनके लिए यह समय सीखने और सही निवेश संतुलन बनाने का है, ताकि आने वाले महीनों में बाजार के उतार-चढ़ाव से बेहतर फायदा उठाया जा सके।