व्हाइट हाउस : अमेरिका ने कहा है कि भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उसका अहम रणनीतिक साझेदार है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। उनसे पूछा गया था कि राष्ट्रपति ट्रंप चीन की बढ़ती भूमिका को कैसे देखते हैं। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका का भरोसेमंद सहयोगी है और पीएम मोदी व ट्रंप के बीच अच्छे संबंध हैं। यह बयान ऐसे समय आया है जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-अमेरिका रिश्तों में तनाव देखा गया है। ट्रंप द्वारा युद्धविराम का श्रेय लेने और पाकिस्तानी जनरल को भोज पर बुलाने से भारत में नाराजगी है।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर व्हाइट हाउस का बयान
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट से पूछा गया कि क्या भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता जल्द हो सकता है। इस पर उन्होंने कहा कि हां, हम बहुत करीब हैं। राष्ट्रपति ट्रंप भी इसकी घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि वाणिज्य सचिव राष्ट्रपति के साथ ओवल ऑफिस में हैं और समझौते को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बहुत जल्द इस पर घोषणा की जाएगी।
भारत-अमेरिका समझौते पर ट्रंप का ऐलान
पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वे भारत के साथ एक बड़ा व्यापार समझौता करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अभी भारत में व्यापार करना आसान नहीं है, लेकिन हम ऐसी डील चाहते हैं जिसमें सभी रुकावटें खत्म हों। भारत और अमेरिका नौ जुलाई से पहले समझौते को पूरा करना चाहते हैं। अमेरिका ने 2 अप्रैल को जो टैरिफ लगाए थे, उन्हें फिलहाल 9 जुलाई तक रोका गया है।
भारत-अमेरिका डील पर मुहर से पहले अंतिम वार्ता
अभी भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर आखिरी दौर की बातचीत चल रही है। यह बातचीत ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका की ओर से दी गई 90 दिन की टैरिफ छूट 9 जुलाई को खत्म होने वाली है। सूत्रों का कहना है कि अमेरिका चाहता है कि भारत उसके कृषि और डेयरी उत्पादों पर टैक्स कम करे और जेनेटिकली बदली गई (जीएमओ) फसलों के लिए अपना बाजार खोले।
कृषि शुल्क में छूट को लेकर भारत की अमेरिका से खींचतान
सूत्रों के मुताबिक, भारत के लिए खेती और दूध से जुड़ी चीजों में अमेरिका को टैक्स में छूट देना मुश्किल है। अब तक भारत ने किसी भी फ्री ट्रेड समझौते में दूध से जुड़े सेक्टर को नहीं खोला है। अमेरिका इलेक्ट्रिक गाड़ियों, दूध, शराब, खेती के उत्पाद और जीएम फसलों पर छूट चाहता है। भारत भी अमेरिका से कपड़े, गहने, चमड़े, झींगा, अंगूर जैसे सामान पर छूट चाहता है। भारत ने साफ किया है कि किसानों और देशहित से समझौता नहीं होगा।