कौन होगा एमपी बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष? 1 जुलाई को भोपाल में मंथन करेंगे धर्मेंद्र प्रधान

मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में संगठनात्मक बदलाव की सुगबुगाहट अब तेज़ होती जा रही है। पार्टी के भीतर नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर गहमागहमी बढ़ गई है और इस प्रक्रिया को दिशा देने के लिए केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान 1 जुलाई को भोपाल आने वाले हैं। उनके इस दौरे को संगठनात्मक दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि वे प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर संभावित नामों पर चर्चा करेंगे और नई नेतृत्व व्यवस्था की रूपरेखा तय करेंगे।

भाजपा के संगठनात्मक ढांचे के अनुसार, प्रदेश अध्यक्ष के चयन के लिए पहले ही प्रत्येक दो विधानसभा क्षेत्रों पर एक प्रतिनिधि नियुक्त किया जा चुका है। अब सांसदों और विधायकों की राय भी ली जाएगी। यदि इन प्रतिनिधियों और जनप्रतिनिधियों के बीच सर्वसम्मति बन जाती है, तो पार्टी सीधे नए अध्यक्ष की घोषणा कर देगी। लेकिन यदि किसी नाम पर सहमति नहीं बनती, तो मतदान की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इससे पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र भी सशक्त होता है और नेतृत्व चयन में पारदर्शिता बनी रहती है।

कौन होगा अगला चेहरा?  

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए कई दिग्गज नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। वर्तमान अध्यक्ष वी.डी. शर्मा को दोबारा कमान सौंपे जाने की संभावना सबसे प्रबल मानी जा रही है, क्योंकि उनके नेतृत्व में पार्टी ने हाल के चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया है। उनके अलावा हेमंत खंडेलवाल (बैतूल विधायक), पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और दलित नेता लाल सिंह आर्य भी संभावित दावेदारों की सूची में शामिल हैं।

वीडी शर्मा का कार्यकाल समाप्त

वी.डी. शर्मा वर्ष 2020 से प्रदेश भाजपा की कमान संभाल रहे हैं और उनका कार्यकाल 2024 में समाप्त हो गया था। हालांकि पार्टी नेतृत्व ने लोकसभा चुनावों की व्यस्तता के चलते इस नियुक्ति को टाल दिया था। अब जबकि संगठनात्मक चुनाव अंतिम चरण में हैं और राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा की तैयारी चल रही है, प्रदेश में भी नेतृत्व परिवर्तन के संकेत मिलने लगे हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का इतिहास

मध्यप्रदेश भाजपा में पिछले 45 वर्षों में कुल 13 नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका निभाई है। वर्ष 1980 में सुंदरलाल पटवा पहले अध्यक्ष बने थे। उनके बाद कैलाश जोशी, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रभात झा, नंदकुमार सिंह चौहान और राकेश सिंह जैसे नेताओं ने पार्टी की कमान संभाली। वर्तमान अध्यक्ष वीडी शर्मा, 2020 से इस जिम्मेदारी को निभा रहे हैं। यह परंपरा बताती है कि प्रदेश भाजपा हमेशा अनुभवी और संगठन से जुड़े नेताओं को प्राथमिकता देती आई है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर भी तेज़ी, संघ और भाजपा में मंथन

केवल प्रदेश ही नहीं, भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व में भी जल्द बदलाव की संभावना जताई जा रही है। वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल पहले ही बढ़ाया जा चुका था, लेकिन अब जब लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं, तो जुलाई 2025 में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा की संभावना प्रबल है।

बता दे, कि इस विषय पर 4 से 6 जुलाई के बीच दिल्ली में होने वाली आरएसएस प्रांत प्रचारकों की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिया जा सकता है। संघ की दृष्टि से ऐसा चेहरा प्राथमिकता में है जो वैचारिक रूप से प्रतिबद्ध हो, वहीं भाजपा नेतृत्व ऐसा अध्यक्ष चाहता है जो संगठन और सरकार के बीच बेहतर समन्वय बना सके। अंतिम निर्णय संभवतः संघ प्रमुख मोहन भागवत की मौजूदगी में लिया जाएगा।