मौसम बदलते ही क्यों बढ़ता है फ्लू का खतरा? जानें बचाव के आसान उपाय

मौसम के बदलते रंग का हमारे शरीर पर सीधा असर पड़ता है। जैसे ही गर्मी से सर्दी या मानसून का मौसम आता है, हमारी इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है और शरीर वायरस के प्रति संवेदनशील हो जाता है। इस समय वायरल फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हाल ही में ओपोडी में किए गए सर्वे के अनुसार, हर 3 में से 1 व्यक्ति में फ्लू के लक्षण पाए गए हैं। खासकर H3N2 फ्लू के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है।

फ्लू केवल सर्दी-जुकाम नहीं

कई लोग फ्लू को सामान्य सर्दी-जुकाम समझ लेते हैं, लेकिन यह कई अंगों को प्रभावित कर सकता है। फ्लू वायरस मुख्य रूप से फेफड़ों और रेस्पिरेट्री सिस्टम पर हमला करता है। इससे सांस लेने में कठिनाई, तेज खांसी और गंभीर संक्रमण हो सकता है। बुजुर्ग, बच्चे और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग इससे निमोनिया या ब्रोंकाइटिस जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। कभी-कभी फ्लू दिल और मस्तिष्क जैसे महत्वपूर्ण अंगों को भी प्रभावित कर गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है।

फ्लू के सामान्य लक्षण

वायरल फ्लू अक्सर अचानक दिखाई देता है। इसके आम लक्षणों में शामिल हैं:

  • तेज बुखार और सिरदर्द
  • शरीर में दर्द और कमजोरी
  • लगातार खांसी और गले में खराश
  • नाक बहना और छींक
  • पेट दर्द, उल्टी या दस्त (कुछ मामलों में)

सांस लेने में कठिनाई और लगातार थकान

शुरुआती लक्षण अक्सर सामान्य सर्दी-जुकाम से मिलते-जुलते लगते हैं। लेकिन अगर बुखार लगातार 38°C से ऊपर हो या सांस लेने में समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। समय पर पहचान और इलाज से फ्लू के गंभीर परिणामों से बचा जा सकता है।

बचाव के आसान उपाय

हाथों की सफाई: रोजाना साबुन से हाथ धोएं और आवश्यकतानुसार सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें।

मास्क पहनें: सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना संक्रमण से बचाव में मदद करता है।

गर्म रहें: गर्म पानी से नहाएं और शरीर को ठंड से बचाएं।

संतुलित आहार: पोषक तत्वों से भरपूर भोजन और पर्याप्त पानी पीना इम्यूनिटी मजबूत करता है।

डॉक्टर से सलाह: फ्लू के लक्षण दिखते ही तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

सुरक्षित दूरी: बुखार या खांसी वाले लोगों से दूरी बनाए रखें।

स्वच्छ वातावरण: अपने घर और आसपास के स्थान को साफ-सुथरा और हवादार रखें।

Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। गंभीर लक्षण या लगातार बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।