‘Iran हूतियों को समर्थन देता गै अमेरिका समर्थित IDF को क्यों नहीं’: जोहरान ममदानी ने BBC पर निशाना साधा

Iran: न्यूयॉर्क के मेयर पद के उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने ब्रिटेन के सार्वजनिक प्रसारक बीबीसी पर निशाना साधते हुए इसकी कवरेज में कथित पक्षपात की आलोचना की है। ममदानी ने बीबीसी पर आरोप लगाया कि वह हमेशा हूती और हमास समूहों को “ईरान समर्थित” के रूप में संदर्भित करता है, लेकिन इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को “युद्ध अपराधी” या इजरायल डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) को “अमेरिका समर्थित” के रूप में कभी नहीं दर्शाता।

ममदानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “बीबीसी हमेशा ‘ईरान समर्थित हूती’ और ‘हमास संचालित अस्पताल’ जैसे संदर्भ देता है, लेकिन नेतन्याहू और आईडीएफ के लिए ऐसा क्यों नहीं करता? ‘अमेरिका समर्थित आईडीएफ’ या ‘अंतरराष्ट्रीय अपराधी बेंजामिन नेतन्याहू’ जैसे संदर्भ क्यों गायब हैं?”

Iran: इजरायल की आलोचना और नेतन्याहू पर तीखा हमला

ममदानी इजरायल की नीतियों के मुखर आलोचक रहे हैं और उन्होंने गाजा में इजरायल के सैन्य अभियानों को “नरसंहार” करार दिया है। उन्होंने दावा किया कि यदि वे न्यूयॉर्क के मेयर चुने जाते हैं, तो अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के आधार पर नेतन्याहू को न्यूयॉर्क में गिरफ्तार करेंगे। आईसीसी ने नेतन्याहू और पूर्व इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के खिलाफ गाजा में कथित युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए वारंट जारी किया है।

हालांकि, ममदानी ने सीबीएस के ‘द लेट शो विद स्टीफन कोलबर्ट’ पर यह भी स्पष्ट किया कि वे इजरायल के अस्तित्व के अधिकार को स्वीकार करते हैं और 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमलों को “भयानक युद्ध अपराध” माना है।

ट्रंप के साथ विवाद

ममदानी के तीखे बयानों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ध्यान भी खींचा है, जिन्होंने उन्हें “कम्युनिस्ट पागल” करार देते हुए न्यूयॉर्क को “बर्बाद” करने से रोकने की कसम खाई है। ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा, “अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में, मैं इस कम्युनिस्ट पागल को न्यूयॉर्क को नष्ट करने नहीं दूंगा। मेरे पास सभी ताकत और सभी कार्ड हैं।”

ममदानी, जो युगांडा में दक्षिण एशियाई माता-पिता के घर पैदा हुए और 1998 में सात साल की उम्र में अमेरिका आए, 2018 में अमेरिकी नागरिक बने। न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के सदस्य के रूप में उनकी वैध नागरिकता के बावजूद, ट्रंप के साथ उनकी बढ़ती तकरार में उनकी नागरिकता विवाद का केंद्र बन गई है।

बीबीसी पर पक्षपात का आरोप

ममदानी का यह बयान बीबीसी की मध्य पूर्व कवरेज पर व्यापक बहस का हिस्सा है। कई आलोचकों का मानना है कि बीबीसी की भाषा और संदर्भ प्रदान करने का तरीका असंगत है, खासकर जब बात इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे संघर्ष की हो। ममदानी का सवाल उन लोगों की भावनाओं को प्रतिबिंबित करता है जो मानते हैं कि बीबीसी की रिपोर्टिंग में इजरायल के प्रति नरम रुख अपनाया जाता है, जबकि हमास और हूती जैसे समूहों को लगातार नकारात्मक संदर्भों के साथ प्रस्तुत किया जाता है।