क्या अरविंद केजरीवाल बनेंगे पंजाब के मुख्यमंत्री? दिल्ली की बैठक में क्या-क्या हुआ? CM मान ने किया खुलासा

आम आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा और 10 साल बाद सत्ता से हाथ धोना पड़ा। हालांकि, शुरुआत में आम आदमी की पार्टी के रूप में देखी जाने वाली अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को पहले भी कई चुनावी हार का सामना करना पड़ा है, लेकिन यह शायद पहली बार है कि उसे दिल्ली के विधानसभा चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा है, जहां से उसके राजनीतिक सफर की शुरुआत हुई थी।

2013 में पहली बार पदभार संभालने के बाद अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और 49 दिनों के भीतर सरकार को भंग कर दिया था। राष्ट्रपति शासन के बाद आम आदमी पार्टी ने 2015 के विधानसभा चुनाव और 2020 के विधानसभा चुनाव में लगातार जीत हासिल की और सत्ता में आई।

अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट भी हार गए

हालांकि, आम आदमी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से हार गई, लेकिन इस विधानसभा चुनाव की हार से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। सत्ता गंवाने के अलावा आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट भी हार गए हैं, जहां से उन्होंने चुनाव लड़ा था। भाजपा ने 48 सीटें जीतीं और आम आदमी पार्टी ने 22 सीटें जीतीं।

क्या अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे?

यद्यपि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को छोड़कर विभिन्न राज्यों में चुनाव लड़ा, लेकिन वह दिल्ली के बाद केवल पंजाब में ही सत्ता में आई। भगवंत सिंह मान वहां के मुख्यमंत्री हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार के बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी पर काफी दबाव बढ़ गया है। पंजाब की कुल 117 विधानसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी के पास 93 और कांग्रेस के पास 16 सीटें हैं। ऐसे में भाजपा की ओर से खबर फैली कि अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं।

आम आदमी पार्टी के पंजाब विधानसभा सदस्यों की आज दिल्ली में बैठक हुई। इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, आम आदमी पार्टी के विधायक, राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, प्रमुख नेता और कार्यकारिणी भी शामिल हुई। इस बैठक से पहले भाजपा विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने भगवंत सिंह मान को अयोग्य बताते हुए कहा था कि अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री का पद हड़पने जा रहे हैं। इस समय राष्ट्रीय राजनीति में इस पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

भगवंत सिंह मान ने क्या कहा?

ऐसे में दिल्ली में पंजाब विधायकों की बैठक के बाद मीडिया से रूबरू हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से भाजपा विधायक के आरोप के बारे में सवाल किया गया। भगवंत सिंह मान ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “उन्हें जो कहना है कहने दीजिए।”

उन्होंने कहा, “हम किसी भी कीमत पर महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये देने का अपना वादा पूरा करेंगे।” उनसे पंजाब कांग्रेस पार्टी के नेता प्रताप सिंह बाजवा के इस बयान के बारे में भी सवाल किया गया कि पंजाब के आम आदमी पार्टी के 20 विधायक हमारे संपर्क में हैं।

जवाब में उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, “वह तीन साल से यही कहते आ रहे हैं। उन्हें यह हिसाब लगाना चाहिए कि पिछले तीन बार में कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली में कितनी सीटें जीती हैं।” उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी पिछले तीन चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई है।

‘पंजाब को आदर्श राज्य बनाने के लिए अभी से काम करना चाहिए’

भगवंत सिंह मान ने आज की बैठक में हुए विचार-विमर्श के बारे में बताया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमें दिल्ली में बैठे लोगों के फैसले को स्वीकार करना चाहिए और पंजाब को आदर्श राज्य बनाने के लिए अभी से काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल ने बैठक में कहा था कि पंजाब में आम आदमी पार्टी को और बेहतर बनाया जाना चाहिए तथा पंजाब में आम आदमी पार्टी में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के विधायकों को यहां लाया गया और बैठक की गई क्योंकि वे अरविंद केजरीवाल से मिलना चाहते थे।