महिलाओं ने Collectorate परिसर में की नारेबाजी, कहा-दोषियों को मिले कड़ी सजा

स्वतंत्र समय, ब्यावरा/राजगढ़

पश्चिम बंगाल के सन्देशखाली में उजागर हुई महिला उत्पीडऩ एवं यौन शोषण के मामले को लेकर गुरुवार को कलेक्ट्रेट ( Collectorate ) परिसर में हिन्दू समाज की कई महिलाएं एकत्र हुए। सकल महिला, हिन्दू समाज द्वारा सन्देशखाली में हुए अत्याचार के खिलाफ राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया। महिलाओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में जमकर नारेबाजी भी की। महिलाओं का कहना था कि संदेशखाली में महिलाओं के प्रति अत्याचार की भयावह स्थितियों ने देश के हर व्यक्ति के मानस को भीतर से झकझोर दिया है। तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उनके गुंडों द्वारा वर्षों से महिलाओं पर अत्याचार किया जा रहा था। वहां की महिलाओं ने अत्याचारों को समाज के समक्ष उजागर किया। जो मानवता को शर्मसार करने वाले है। प्रमुख अपराधी शाहजहां शेख जो तृणमूल कांग्रेस का हिस्सा है। वह और उसके गुंडे हिन्दू समाज के घर-घर से महिलाओं और युवा लड़कियों को पार्टी कार्यालय में ले जाकर शारीरिक शोषण करते थे। यही नहीं शाहजहां और उनके लोगों ने उनकी जमीनों पर भी कब्जे कर रखे हैं। सालों से उन्हें पीट रहे हैं और यौन उत्पीडऩ कर रहे हैं।

Collectorate में दिया ज्ञापन, पुलिस करे सख्त कार्रवाई

यहां एकत्र महिलाओं ने Collectorate में ज्ञापन देकर कहा कि हम मुख्य आरोपियों और अपराधियों के पूरे गिरोह की गिरफ्तारी की मांग करते हैं और जल्द से जल्द कानून के अनुसार दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करते हैं। दोषियों को कठोर से कठोर सजा देने से पीड़ित महिलाओं को कुछ सांत्वना मिलेगी और दूसरों को ऐसे घृणित कृत्य को करने के बारे में भी सोचने से रोका जा सकेगा। हम ऐसे अपराधों से प्रभावित महिलाओं के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक उपचार के लिए चिकित्सा के विशेष प्रावधान की मांग करते हैं। उन्हें राष्ट्र के लिए उद्देश्य पूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए और सरकार को उनके पुनर्वास प्रक्रिया में सामाजिक राष्ट्रवादी संगठनों को शामिल करना चाहिए। महिलाओं के भूमि अधिकारों को पुनर्स्थापित कर उनका सम्मान बहाल किया जाए। हम गंभीरता से हिन्दू समाज की भूमि की स्थिति की विस्तृत जांच और उत्तर 24 परगना जिले में संपूर्ण सुंदरवन और पश्चिम बंगाल के अन्य बांग्लादेश सीमावर्ती जिलों में जनजाति भूमि की सुरक्षा के लिए विशेष प्रावधान की मांग करते हैं।