मेट्रो स्टेशनों पर तेज़ी से काम, गुणवत्ता पर नहीं होगी कोई समझौता

इंदौर में मेट्रो रेल निर्माण कार्यों की प्रगति और गुणवत्ता का जायज़ा लेने के लिए मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (MPMRCL) के प्रबंध संचालक एस. कृष्ण चैतन्य ने 28 और 29 नवंबर 2025 को दो दिवसीय निरीक्षण किया। इस समीक्षा का उद्देश्य परियोजना की समयबद्ध गति, निर्माण की गुणवत्ता और आगामी संचालन से जुड़ी तैयारियों का विस्तृत मूल्यांकन करना था।

इंदौर मेट्रो कार्यालय में विस्तृत समीक्षा बैठक

28 नवंबर की शाम गांधी नगर स्थित इंदौर मेट्रो कार्यालय में विस्तृत बैठक आयोजित की गई, जिसमें परियोजना से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी और कॉन्ट्रैक्टर्स शामिल हुए। बैठक में अंडरग्राउंड रूट के निर्माण, तकनीकी तैयारियों और निर्माण के हर चरण की वर्तमान स्थिति पर चर्चा हुई।

प्रबंध संचालक ने स्पष्ट निर्देश दिए कि शेष कार्यों को तय समयसीमा के भीतर और उच्चतम गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए, ताकि इंदौर के नागरिकों को सुरक्षित, आधुनिक और विश्वस्तरीय शहरी परिवहन समय पर उपलब्ध हो सके।

प्राथमिकता कॉरिडोर पर ट्रॉली ट्रायल और स्थलीय निरीक्षण

दूसरे दिन प्रबंध संचालक ने प्राथमिकता कॉरिडोर का विस्तृत स्थल निरीक्षण किया। मालवीय नगर चौराहा स्टेशन से सुपर कॉरिडोर-2 स्टेशन तक लगभग 11 किमी का ट्रॉली ट्रायल चलाया गया, जिसके माध्यम से निर्माण कार्यों की वास्तविक प्रगति का आकलन किया गया। निरीक्षण के दौरान वे कई प्रमुख स्टेशनों—विजय नगर, मेघदूत गार्डन, बापट चौराहा, हीरानगर, चंद्रगुप्त चौराहा और मालवीय नगर चौराहा—पर पहुंचे और यहां चल रहे महत्वपूर्ण कार्यों की विस्तार से समीक्षा की।

समीक्षा में सिविल निर्माण, एस्केलेटर-लिफ्ट की स्थिति, स्टेशन के एंट्री-एग्ज़िट पॉइंट, कंट्रोल रूम, टिकटिंग ज़ोन, सिस्टम रूम्स, ट्रैक से जुड़ी तकनीकी तैयारियाँ और अन्य मुख्य कार्य शामिल रहे। यह निरीक्षण SC-03 स्टेशन के बाद आने वाले स्टेशनों पर मेट्रो संचालन शुरू करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।

वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समीक्षा प्रक्रिया पूरी

निरीक्षण के दौरान MPMRCL के डायरेक्टर सिस्टम अरुण श्रीवास्तव, डायरेक्टर प्रोजेक्ट अजय गुप्ता, अन्य वरिष्ठ अधिकारी, जनरल कंसल्टेंट टीम और मेट्रो निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

कुल मिलाकर, यह दो दिवसीय निरीक्षण इंदौर मेट्रो परियोजना को समयसीमा के भीतर पूरा करने और आगामी चरणों में संचालन तैयारियों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ।