हमने अक्सर देखा है कि कुछ लोग बेहद जल्दी नाराज़ हो जाते हैं। छोटी-छोटी बातें उन्हें चिढ़ा देती हैं और उनका गुस्सा उनके चेहरे पर साफ नजर आता है। कभी-कभी तो यह क्रोध इतना अधिक बढ़ जाता है कि वह अपने रिश्तों को भी नुकसान पहुंचा बैठते हैं।
ऐसा केवल स्वभाव का हिस्सा नहीं, बल्कि आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति का प्रभाव भी हो सकता है। विशेष रूप से मंगल ग्रह को क्रोध का कारक माना गया है।
ग्रहों की भूमिका: कौन सा ग्रह दिलाता है गुस्सा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुस्से के लिए कई ग्रह जिम्मेदार हो सकते हैं:
- मंगल: जब यह अशांत होता है, व्यक्ति का क्रोध बेकाबू हो सकता है।
- सूर्य: जब यह अत्यधिक प्रभावी हो, तो व्यक्ति घमंड के कारण गुस्सैल हो सकता है।
- चंद्रमा: कमजोर होने पर मानसिक अस्थिरता और चिड़चिड़ापन लाता है।
- राहु और शनि: ये नकारात्मक विचार और मानसिक विकारों को जन्म देते हैं, जो क्रोध को बढ़ा सकते हैं।
यदि गुस्सा जीवन के हर हिस्से में असर डाल रहा है, तो जन्म कुंडली की जांच अवश्य कराएं। इसके साथ-साथ कुछ ज्योतिषीय उपाय भी किए जा सकते हैं जो धीरे-धीरे आपको मानसिक शांति देने में मदद करेंगे।
क्रोध पर नियंत्रण के ज्योतिषीय उपाय
दिन की शुरुआत शांति से करें
सुबह जल्दी उठें, व्यायाम करें और सूर्यदेव को जल अर्पित करें। हाथ जोड़कर धरती माता को प्रणाम करें और हथेलियों को देखकर दिन की शुरुआत करें। यह मानसिक ऊर्जा को सकारात्मक बनाए रखता है।
घर में सुगंध और शुद्धता बनाए रखें
चंदन, कपूर, लोबान या अच्छी खुशबू वाली अगरबत्तियां जलाएं। घर में वातावरण शुद्ध रहेगा, जिससे राहु और चंद्रमा की नकारात्मकता भी कम होगी।
रात को चंद्रमा को अर्घ्य दें
हर रात सोने से पहले चंद्रमा को जल अर्पित करें। इससे चंद्रमा शांत होता है और मानसिक बेचैनी में राहत मिलती है।
स्वच्छता और व्यवस्थित जीवनशैली
घर में साफ-सफाई बनाए रखें। गंदगी और अव्यवस्था नकारात्मक ऊर्जा को बुलावा देती है। शुद्धता से मन और ग्रह दोनों शांत रहते हैं।
रंग, धातु और खानपान से जुड़े उपाय
- लाल रंग से दूरी बनाएं : अगर आपका मंगल अशांत है तो लाल रंग की चीज़ों से दूरी बनाएं, खासकर बेडरूम में लाल चादर या पर्दे न रखें।
- चांदी से मिलेगी शीतलता : हाथ में चांदी का कड़ा या गले में चांदी की चेन धारण करें। चांदी मानसिक शांति प्रदान करती है। चाहें तो चांदी में बना चंद्र यंत्र अपने पास रखें।
- ठंडे आहार का सेवन बढ़ाएं : दूध और दही जैसे ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन करें। दही में चीनी मिलाकर खाने से चंद्रमा मज़बूत होता है।
- लाल मूंगा पहनना लाभकारी : यदि कुंडली में मंगल और चंद्रमा के बीच संतुलन नहीं है तो गले में लाल मूंगा धारण करें — विशेष रूप से गणेश जी के आकार में ढाला हुआ।
आध्यात्मिक उपाय और जीवनशैली में बदलाव
- हनुमान जी की उपासना करें : हर मंगलवार हनुमान जी की पूजा करें या उनके मंदिर जाएं। हनुमान जी की भक्ति से क्रोध और मानसिक अस्थिरता में राहत मिलती है।
- मेडिटेशन और मंत्र जाप : गायत्री मंत्र का जाप और ध्यान (Meditation) आपकी मानसिक शक्ति को केंद्रित करता है, जिससे गुस्से पर नियंत्रण बढ़ता है।
- तामसिक आहार से परहेज करें : मांस, शराब, प्याज, लहसुन और सिगरेट जैसी तामसिक चीज़ें क्रोध को और उकसाती हैं। इन्हें छोड़ना जरूरी है।
औरतों के सम्मान से सुधरती है ग्रह दशा
ज्योतिष के अनुसार, यदि आप अपने जीवन में महिलाओं का सम्मान करते हैं और उनके प्रति अच्छा व्यवहार रखते हैं, तो इससे भी आपके ग्रहों की स्थिति बेहतर होती है। यह बात न सिर्फ आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी बेहद ज़रूरी है।