आजकल की बिजी लाइफस्टाइल के चलते हम फिटनेस और हेल्दी रहने के लिए कई तरह की डाइट और सप्लीमेंट्स का सहारा ले रहे हैं। तो वहीं आयुर्वेद में स्वस्थ और फिट रहने के लिए कई प्राचीन खान-पान के नियम बताएं गए है। अगर हम इन नियमों को अपना ले , तो हम न सिर्फ बीमारियों से बच सकते है बल्कि एक लंबी और सुखद जिंदगी भी जी सकते है।
आइए हम आपको बताते हैं आयुर्वेद के दिए कुछ नियमो के बारे में :
भूख का केवल 70-80% ही करें भोजन : आयुर्वेद के अनुसार हमें भर पेट खाना नहीं खाना चाहिए जितनी भूख हो उसके केवल, 70-80% तक ही खाना चाहिए। इससे हमारा पाचनतंत्र बेहतर तरीके से काम कर पाता है और गैस, सुस्ती जैसी समस्याएं नहीं होतीं।
रात का खाना समय पर और हल्का खाएं : रात को बहुत देर से या भारी भोजन करने से भोजन ठीक से नहीं पच पता है , जिससे नींद न आना , गैस और एसिडिटी जैसी कई समस्याए हो सकती हैं। कोशिश करें कि डिनर शाम 7 बजे तक कर लें जिससे भोजन का पाचन ठीक से हो सके ।
उपवास करें : कभी-कभी पाचन तंत्र को विश्राम देने के लिए उपवास जरुरी होता है । यह पाचन तंत्र को रीसेट करने में मदद करता है।
खाने से पहले पानी, खाने के बीच नहीं : आयुर्वेद की माने तो खाना खाने से लगभग 30 मिनट पहले पानी पीना सबसे लाभदायक होता है। खाने के साथ पानी पीने से पाचन एंजाइम कमजोर हो सकते हैं, जिससे भोजन ठीक से नहीं पचता।
गर्म और ताजा खाना खाएं : आयुर्वेद के अनुसार गर्म और पका हुआ खाना हमारे स्वस्थ के लिए बहुत फ़ायदेमंद है क्योंकि यह जल्दी पच जाता है और शरीर को पोषण अच्छे से मिलता है। ठंडा या बासी खाना पाचन क्रिया को धीमा कर देता है।